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सैर करना स्वास्थ्य के लिए वरदान है, लेकिन अक्सर यह सवाल उठता है कि कितने कदम चलना चाहिए, कब इस दिनचर्या का पालन करना चाहिए और भोजन के बाद कितना चलना चाहिए। ये सवाल लोगों के मन में बना रहता है क्योंकि गलतियों की वजह से फायदा नुकसान में बदल जाता है। आयुर्वेद आहार से लेकर व्यायाम तक कई दिशानिर्देश प्रदान करता है। इस लेख में हम आयुर्वेद के अनुसार खाने के बाद कितने कदम चलना चाहिए इस पर चर्चा करेंगे।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट:
अर्ली फूड्स की संस्थापक शालिनी संतोष कुमार ने इंस्टाग्राम पर भोजन के बाद चलने का आयुर्वेदिक तरीका साझा किया। उनके मुताबिक खाना खाने के बाद सिर्फ 100 कदम या 1 किलोमीटर ही चलना चाहिए। वह इसे "शतापवाली " के रूप में संदर्भित करती है, जिसका अर्थ है 100 कदम। उनके अनुसार, भोजन के बाद 30 मिनट तक टहलने से पाचन में मदद मिल सकती है, लेकिन इसमें काफी मात्रा में ऊर्जा की खपत होती है।

संभावित नुकसान:
शालिनी बताती हैं कि भोजन को पचाने के लिए आवश्यक ऊर्जा खाने के बाद चलने पर हाथों और पैरों पर खर्च होती है। इससे भोजन के उचित पाचन को नुकसान पहुंच सकता है। वह बच्चों को भोजन के तुरंत बाद शारीरिक गतिविधियों में शामिल न होने की सलाह देती हैं, क्योंकि इससे उनके पाचन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।

क्या कहता है आयुर्वेद:
आयुर्वेद के अनुसार, अगर आप खाने के बाद चलना चाहते हैं तो केवल 100 कदम चलें। 100 कदम चलने से हमारे अंदर गैस्ट्रिक फायर शुरू हो जाती है। यह भोजन के पाचन में सहायता करता है और चयापचय को स्थिर करता है। इसलिए, यदि आप भोजन के बाद चलना चुनते हैं, तो इसे प्रतिदिन केवल 100 कदम तक सीमित रखें।

पानी पीने के नियम:
आयुर्वेद भोजन से पहले और बाद में पानी पीने के दिशानिर्देश सुझाता है। भोजन से एक घंटा पहले पानी पीना फायदेमंद होता है, जबकि भोजन के दौरान या तुरंत बाद पानी पीना जहर खाने के बराबर होता है। भोजन के एक घंटे बाद पानी पीना अमृत के समान माना जाता है।

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