भारतीय लोगों में वास्तु शास्त्र का बहुत महत्व माना जाता है कि वास्तु शास्त्र में मानव जीवन में आने वाली हर छोटी से छोटी समस्या के समाधान के लिए कई तरह के उपाय और नियम बताए गए हैं जिन्हें अपनाकर जीवन में आने वाली हर समस्या को दूर किया जा सकता है वास्तु शास्त्र में बच्चों के स्टडी जून को लेकर भी कई नियम बताए गए हैं जिनको अपनाकर आप बच्चों का मन पढ़ाई में लगा सकते हैं। पोकी मुझे बच्चों के स्टडी दोनों का वास्तु ठीक नही होता है तो इसका प्रभाव बच्चे की पढ़ाई पर पड़ने लगता है और उनकी मानसिक क्षमता प्रभावित होने लगती है। आइए लेख के माध्यम से आपको बताते हैं की वास्तु शास्त्र के अनुसार बच्चों का स्टडी रूम किस तरह सेट करें ताकि उनका मन पढ़ाई में लग सके। आइए जानते है विस्तार से -

* वास्तु शास्त्र के अनुसार बच्चे जिस टेबल पर पढ़ाई करता है उस टेबल पर विद्या की देवी मां सरस्वती की फोटो जरूर होनी चाहिए।

* वास्तु शास्त्र के अनुसार स्टडी रूम में इस बात का खास ध्यान रखें कि पढ़ाई की टेबल के सामने शीशा आदि जी यह नहीं होनी चाहिए।

* वास्तु शास्त्र के अनुसार पढ़ाई करने वाले बच्चे को हमेशा दक्षिण या पश्चिम दिशा की ओर सिर करके सोना चाहिए कि ऐसा करने से पढ़ाई के प्रति बच्चे की इच्छा बढ़ती है।

* वास्तु शास्त्र के अनुसार बच्चों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाने के लिए स्टडी रूम के पूर्व या दक्षिण भाग में मोमबत्ती जलाएं।

* वास्तु शास्त्र के अनुसार स्टडी रूम हमेशा साफ सुथरा होना चाहिए स्टडी रूम में कपड़े फैलाकर ना रखें और बिना काम का सामान बिल्कुल भी ना रखें तथा जूते चप्पल हमेशा बाहर खोले।

* वास्तु शास्त्र के अनुसार बच्चों के स्टडी रूम में गलती से भी बंद घड़ी ना रखें।

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