Vastu Tips- दुखों और कंगाली से ग्रसित रहते हैं, ऐसे घर में रहने वालें लोग, जानिए क्या कहता है वास्तु शास्त्र
हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र अहम भूमिका निभाता हैं, इससे हमारे घर में सुख, दुख निर्धारित होते हैं, ऐसे में अगर हम बात करें वास्तु शास्त्र की वो भी किसी के घर की तो यह उसके जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं, यदि किसी के घर वास्तु शास्त्र सही नहीं हैं, तो वो हमेशा दुख और कंगाली से ग्रसित रहते हैं, आज हम इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे ऐसे कौनसे घर रहते हैं, आइए जानें इनके बारे में-
घर की दिशा का प्रभाव:
मुख्य प्रवेश द्वार की मुख्य दिशा जीवन की गति को गहराई से प्रभावित करती है। टी-प्वाइंट पर स्थित घर, जहां सड़कें मिलती हैं, वास्तु संबंधी विसंगतियों से भरे होते हैं। ऐसे आवास, विशेष रूप से दक्षिण और पश्चिम की ओर मुख वाले, वित्तीय अस्थिरता, पारिवारिक कलह और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां पैदा करते हैं।
कॉर्नर हाउस पहेली:
कोने वाले घर संभावित रूप से शुभ होते हुए भी गंभीर परिणामों की संभावना रखते हैं। उनका स्थान, चाहे दक्षिण-पूर्व में हो या दक्षिण-पश्चिम में, उनका प्रभाव निर्धारित करता है। दक्षिण-पूर्व कोने दुर्घटनाओं और असामयिक मृत्यु को आमंत्रित कर सकते हैं, जबकि दक्षिण-पश्चिम कोने वित्तीय बर्बादी, पारिवारिक कलह और स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों का संकेत देते हैं।
दक्षिण-पश्चिम में राहु का शासन:
अशुभ ग्रह राहु द्वारा शासित दक्षिण-पश्चिम कोना क्लेश और दुर्भाग्य का प्रतीक है। इसका घातक प्रभाव, इस कोने में तीव्र होकर, विभिन्न बीमारियों, वित्तीय संकटों और अप्रत्याशित आपदाओं में प्रकट होता है।