वास्तु शास्त्र के कुछ सिद्धांत और नियम हैं जिनका घर की योजना बनाते समय विचार किया जाना चाहिए। वास्तु घर या ऑफिस में रहने वालों के जीवन को प्रभावित करता है। इसलिए, कमरों की योजना, डिजाइन, लेआउट, दिशा आदि महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

इसलिए, विशेषज्ञ क्या कहते हैं, यह जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें।


पत्नी को हमेशा अपने पति के बाईं ओर सोना चाहिए और कमरा वास्तु के अनुरूप होना चाहिए।
शयनकक्ष उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं होना चाहिए। और पलंग उत्तर दिशा में नहीं होना चाहिए।
शयन कक्ष में कभी भी देवी-देवताओं की तस्वीर या मूर्ति न रखें। साथ ही शयन कक्ष में कभी भी पूजा का सामान न रखें।
आप सुंदर दृश्यों के चित्र या पेंटिंग लटका सकते हैं। उदाहरण के लिए नदी या प्रकृति या राधा और कृष्ण के चित्र भी रखे जा सकते हैं।
आप नीले या हरे रंग की बेडशीट का इस्तेमाल करें। गुलाबी रंग के बेडस्प्रेड भी अच्छे होते हैं।
अपने शयनकक्ष की दीवारों को कभी भी काला न करें।
बेडरूम में कभी भी शीशा न लगाएं। बेडरूम में एक दर्पण बहस को ट्रिगर कर सकता है।
युगल दो मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं।
शुक्रवार के दिन ओपल जड़ित चांदी की अंगूठी तर्जनी में धारण करें।
शिव पूजा करें।
एक दूसरे को उपहार दें।
तकिए के पास पानी से भरा तांबे का बर्तन रखें।
प्राकृतिक परफ्यूम का इस्तेमाल करें और घर के चारों तरफ, खासकर बेडरूम में अच्छी खुशबू आने दें।
आप घर में और आसपास मीठी सुगंध वाले फूल वाले पौधे लगा सकते हैं।
ऐसे में ऊपर बताए गए टिप्स को फॉलो कर शादीशुदा जोड़ा अपने रिश्ते को मजबूत कर सकता है।

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