Vastu Tips- भूलकर भी इस समय ना करें पैसों की लेन देन, वरना छा जाएगी कंगाली
दोस्तो अगर हम बात करें वास्तु शास्त्र की तो इसका हिंदू धर्म में बड़ा ही महत्व हैं जिसका प्राचीन विज्ञान इंसान के जीवन से नाकारात्मकता को दूर कर सकारात्मकता लाता हैं और घर में समृद्धि और सद्भाव बढाता हैं, कई लोगों का मानना है कि वास्तु सिद्धांतों का पालन करने से वित्तीय लेनदेन सहित हमारे प्रयासों की सफलता पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है। अगर इन नियमों की पालना नहीं की जाएं तो कंगाली छा सकती हैं, आज हम इस लेख के माध्यम से आपको पैसो के लेन देन से जुड़े कुछ नियमो के बारे में बताएंगे-
कब पैसे के लेन-देन से बचें
शाम का समय: शाम के समय वित्तीय लेन-देन करने से बचना चाहिए। सूर्यास्त के बाद का समय पैसे के लेन-देन के लिए अशुभ माना जाता है।
सूर्योदय के तुरंत बाद: सूर्योदय के तुरंत बाद लेन-देन करने से भी मना किया जाता है। यह समय वित्तीय गतिविधियों के लिए कम अनुकूल माना जाता है।
ब्रह्म मुहूर्त के दौरान: ब्रह्म मुहूर्त, सूर्योदय से लगभग डेढ़ घंटे पहले का समय, पारंपरिक रूप से आध्यात्मिक अभ्यास के लिए आरक्षित है और इसे वित्तीय लेन-देन के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता है।
समय क्यों मायने रखता है
वास्तु शास्त्र और पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार, इन अशुभ समयों के दौरान पैसे का लेन-देन करने से कई तरह की वित्तीय परेशानियाँ हो सकती हैं। ऐसा माना जाता है कि इन अवधियों के दौरान पैसे का लेन-देन करने से देवी लक्ष्मी नाराज़ हो सकती हैं, जो धन और समृद्धि की देखरेख करती हैं।
पैसे के लेन-देन के लिए इष्टतम समय
सूर्योदय से पहले: सुबह-सुबह, सूर्योदय से पहले, वित्तीय लेन-देन को संभालने के लिए एक शुभ समय माना जाता है।
सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त से पहले: सूर्योदय से ठीक पहले और सूर्यास्त के बीच का समय भी मौद्रिक गतिविधियों के लिए उपयुक्त माना जाता है।