इंटरनेट डेस्क. भारतीय लोगों में वास्तु शास्त्र का बहुत महत्व माना जाता है क्योंकि वास्तव शास्त्रों में व्यक्ति के जीवन से जुड़ी हर छोटी-छोटी समस्या का समाधान और कई नियम बताए गए हैं जिनको अपनाने से जीवन में आने वाली हर समस्या का समाधान किया जा सकता है और तरक्की के रास्ते खोले जा सकते हैं। इन उपायों में से एक उपाय घर के पर्दे भी है। वास्तु के अनुसार यदि हमारे घर में सभी जगह पर सही रंग के पर्दे का उपयोग किया जाए तो यह हमारे तरक्की में सहायक होते हैं और यदि सही रंग के पर्दे का उपयोग न किया जाए तो यह हमारी तरक्की में बाधा बन जाते हैं। आइए इस लेख के माध्यम से आपको बताते हैं घर के पर्दों के रंग के बारे में विस्तार से -

* लाल रंग का पर्दा :

घर की दक्षिण दिशा में लगाने के लिए हमेशा लाल रंग के पर्दे का चुनाव करना चाहिए दक्षिण दिशा में लाल रंग का पर्दा लगाने से परिवार के सदस्यों में आपसी प्रेम बढ़ता है और बेडरूम में कभी भी लाल रंग के परदे नहीं लगानी चाहिए क्योंकि यह है पति पत्नी के बीच तनाव पैदा कर सकते हैं।

* नीले रंग का पर्दा :

घर में होने वाले आपसी झगड़े और कलह को से राहत पाने के लिए घर के उत्तर दिशा में हमेशा नीले रंग का पर्दा लगाना चाहिए। नीले रंग को समृद्धि और सुकून का प्रतीक बताया गया है। बैडरूम स्टडी रूम और लिविंग रूम में हमेशा नीले रंग के पर्दा इस्तेमाल करना चाहिए इससे आपके घर में शांति बनी रहती है।

* सफेद रंग के पर्दे :

यदि आपको भी अपनी लाइफ में अपनी मेहनत के अनुसार फल नहीं मिल रहा है तो आप घर के पश्चिम दिशा में सफेद रंग के पर्दे लगाने चाहिए इससे आपका भाग्य आपके साथ मिलने लगता है सफेद शांति का प्रतीक माना जाता है। इससे आपके घर में एकाग्रता आती है। बच्चों के स्टडी रूम में मुख्य रूप से सफेद रंग के पर्दे लगाने से उनका पढ़ाई में मन लगता है।

* पीले रंग का पर्दा :

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के पूजा घर में हमेशा के लिए लगाए ऐसा करने से आपके घर के सदस्यों में भक्ति का भाव पैदा होता है और वह आध्यात्म से जुड़ते से जुड़ते हैं। वास्तु के अनुसार पीले रंग को तपस्या और ज्ञान तथा धैर्य, आध्यात्मिकता का प्रतीक बताया गया है। जिससे घर में लगाने से आपके घर में शांति बनी रहती है।

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