भारतीय लोग वास्तु शास्त्र को बहुत महत्व देते है। वास्तु शास्त्र में घर में लगाई जाने वाली छोटी से छोटी चीज को लेकर उसकी जगह और लगाने का तरीका और उसकी शेप को लेकर कई नियम बताए गए है। वास्तु शास्त्र में आज इंदु प्रकाश से जानिए घर में आइना या शीशा लगाने की सही जगह कौन सी है। क्या आप जानते हैं कि घर में गोल आकार का और धार वाले शीशे का प्रयोग कभी नहीं करना चाहिए। साथ ही इंदु प्रकाश ने यह भी बताया है कि घरों में किस शेप के शीशे लगाने से आपकी किस्मत चमक सकती है। आइए इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे वास्तु शास्त्र के अनुसार आईने से जुड़ी कुछ बातों के बारे में जिनका ध्यान रखकर आप खुद को कई परेशानियों से बचा सकते है।

* घर में आइना लगाने के लिए इस दिशा का करे चयन :

घर की गलत दिशा में लगा हुआ शीशा आपकी परेशानियों को बढ़ा सकता है। घर में आइना लगाने के लिये दिशा के बारे में भी जानकारी जरूरी है। वास्तु शास्त्र के अनुसार शीशा लगाने के लिए उत्तर-पूर्व दिशा का चुनाव करना चाहिए। इस दिशा में आइना लगाने से परेशानियां धीरे-धीरे अपने आप दूर होती चली जाती हैं।

* घर में लगा आइना वास्तु दोष कम करता है मदद :

घर में आइने को सही दिशा में लगाने से शुभ फल मिलते हैं। वैसे तो आइना घर में सजने-संवरने के लिए होता है। लेकिन इसे सही दिशा में लगाने से यह आपकी किस्मत भी बदल सकता है। सही दिशा में आइना लगाने से घर से वास्तु दोष कम होता है।

* घर में आयताकार और वर्गाकार शेप के ही शीशे लगाए :

घरों में साधारण रूप से आयताकार और वर्गाकार शीशे लगाये जाते हैं, जो कि वास्तु के अनुसार बिल्कुल ठीक हैं। जबकि घर में गोल आकार के और धार वाले शीशे का प्रयोग कभी नहीं करना चाहिए। गोल की जगह आप अष्टकोणीय, यानी आठ कोनों वाला आइना लगा सकते हैं। नुकीले आकार का आइना लगाने से घर में नकारात्मकता आती है और परेशानी बनी रहती है।

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