वास्तु शास्त्र का हमारे जीवन में बहुत महत्व होता है क्योंकि वास्तु शास्त्र में हमारे घर में हर चीज के लिए एक दिशा तय की गई है इसलिए घर में कुछ भी नया सामान खरीदने से पहले या कुछ भी शुभ काम करने से पहले वास्तुशास्त्र के नियमों का जरूर ध्यान रखें ताकि उस चीज का हमें फायदा मिल सके ना कि नुकसान। इसी तरह वास्तुशास्त्र में घर में लगाई जाने वाली डोर बेल को लेकर भी कई नियम बताए गए हैं। आइए इस लेख के माध्यम से जानते हैं वास्तु शास्त्र के अनुसार डोरबेल को लेकर बताए गए नियम -

* घर का वातावरण होता है प्रभावित :

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में मोबाइल फोन घड़ी डोरबेल और अन्य आवाज करने वाले चीजें होती है। इन चीजों से निकलने वाली आवाज से हमारे घर के वातावरण पर बहुत गहरा असर होता है क्योंकि जिस तरह की ध्वनि होती है तो माहौल भी वैसा ही हो जाता है इसलिए घर की हर एक चीज यह धोनी पर खास ध्यान देना बहुत जरूरी है।

* कभी भी ना लगाएं कर्कश कॉलबेल :

कई बार लोग अपने मोबाइल फोन में अपनी सुविधा के लिए बहुत ही करकस कॉलबेल लगा लेते हैं। जिससे उन्हें सुविधा तो होती है लेकिन घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ जाता है ऐसा होने से घर के सदस्यों के विचारों में टकराव होने लगता है और कई बार तो बात जगड़े तक आ जाती है इसलिए वास्तु शास्त्र के अनुसार हमेशा अपने मोबाइल फोन में ऐसी ध्वनि लगाएं जो सुनने में दूसरों को भी अच्छी लगे साथ ही डोर बेल और अलार्म घड़ी खरीदते समय भी उसकी ध्वनि का विशेष रूप से ध्यान रखें

* सकारात्मक ऊर्जा लाएगी बांसुरी की धुन :

इस बात को हम सभी अच्छी तरह जानते हैं कि बांसुरी भगवान कृष्ण की बहुत प्रिय है। इसलिए वह श्री कृष्ण बांसुरी को हमेशा अपने साथ रखते थे। बांसुरी से हमारे घर के वास्तु दोष दूर होते ही हैं तथा घर की किसी भी दीवार पर या मंदिर के बाहर बांसुरी का एक जोड़ा लटकाने से हमारे घर में पैसों की आवक भी बढ़ने लगती है और हमारे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने लगता है।

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