इंटरनेट डेस्क. हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का बहुत महत्व माना जाता है स्वास्थ्य शास्त्रों में हमारे जीवन में उत्पन्न होने वाले सभी दोष को खत्म करने के लिए कई तरह के उपाय और नियम बताए गए हैं। आपने भी देखा होगा कि हमारे हिंदू घरों में मुख्य दरवाजे पर भगवान गणेश की मूर्ति या तस्वीर मुख्य रूप से लगाई जाती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार मुख्य दरवाजे पर गणेश की प्रतिमा लगाना बहुत शुभ माना जाता है लेकिन इसे लगाने को लेकर वास्तु शास्त्रों में कई नियम बताए गए हैं जिनका ध्यान रखना बहुत जरूरी है वरना यह प्रतिमा आपके लिए शुभ होने की जगह अशुभ भी हो सकती है आइए इस लेख के माध्यम से जानते हैं मुख्य दरवाजे पर गणेश की प्रतिमा लगाने के नियमों के बारे में विस्तार से -

* मूर्ति की दिशा में रखें खास ध्यान :

यदि आपके घर का मुख्य दरवाजा पूर्व पश्चिम दिशा में है तो इस दरवाजे पर गणेश प्रतिमा लगाना शुभ नहीं होता यदि आपके घर के दरवाजे का उत्तर या दक्षिण दिशा में है तो आप भगवान गणेश की मूर्तियां प्रतिमा दरवाजे पर लगा सकते हैं

* मोती का रंग होना चाहिए ऐसा :

दरवाजे पर लगाने के लिए भगवान गणेश मूर्ति और पसीना आपको बाजार में कई रंगों में मिल जाएगी। घर के मुख्य दरवाजे पर हमें मूर्ति वास्तुशास्त्र के नियमों के अनुसार लगानी चाहिए वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की तरक्की के लिए हमेशा सिंदूरी रंग की मूर्ति लगानी चाहिए। सिंदूरी रंग के अलावा आप तरक्की के लिए सफेद रंग की प्रतिमा भी लगा सकते हैं।

* गणेश की प्रतिमा की सूंड का रखें खास ध्यान :

घर के मुख्य दरवाजे पर गणेश की प्रतिमा लगाते समय किस बात का ध्यान रखें कि मूर्ति की सोंग हमेशा बाएं तरफ मुड़ी हुई होनी चाहिए क्योंकि दाएं तरफ मुड़ने वाली सुंड घर के अंदर तो शुभ होती है लेकिन दरवाजे के बाहर इस तरह की गणेश प्रतिमा शुभ नहीं मानी जाती है।

* गणेश की मूर्ति या प्रतिमा की मुद्रा का रखें ध्यान :

घर के मुख्य दरवाजे पर गणेश जी की मूर्ति लगाते समय मूर्ति की मुद्रा का भी ख्याल रखें. घर के दरवाजे पर लगाने के लिए गणेश की प्रतिमा हमेशा बैठी हुई मुद्रा में होनी चाहिए क्योंकि खड़ी हुई मुद्रा में घर के दरवाजे पर गणेश की प्रतिमा नहीं लगान शुभ नही माना जाता। यदि आप ऑफिस या फिर अपनी दुकान के लिए गणेश प्रतिमा ले रहे हैं तो आप खड़ी हुई मुद्रा में ले सकते हैं।

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