वास्तु शास्त्र का शाब्दिक अर्थ है "वास्तुकला का विज्ञान।" यह वास्तुकला की पारंपरिक भारतीय प्रणाली पर आधारित ग्रंथ हैं। अक्सर यह देखा गया है कि घर बनाते समय वास्तु शास्त्र का पालन करना स्वास्थ्य, धन और कई अन्य कारकों के लिए अत्यधिक फायदेमंद होता है।

हालांकि, वास्तु शास्त्र घर बनाते समय डिजाइन, लेआउट और माप, जमीन की तैयारी के सिद्धांतों का पालन करने तक ही सीमित नहीं है, यह अंतरिक्ष व्यवस्था और स्थानिक ज्यामिति का भी वर्णन करता है। यह जानकर कि किस कमरे में और किस दिशा में क्या रखना है, इन सभी चीजों की जानकारी वास्तु में दी गई है और ये आपके घर में सौभाग्य ला सकता है।

सबसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य संबंधी कारकों में से एक अच्छी रात की नींद है। स्वस्थ तन और मन के लिए सोना बेहद जरूरी है। नींद हमारे शारीरिक और मानसिक दर्द को ठीक करने में मदद करती है, यह हमारे शरीर में स्वस्थ रक्त प्रवाह का भी ख्याल रखती है। लेकिन, क्या आज की दुनिया में अच्छी नींद लेना संभव है? वास्तु आचार्य मनोज श्रीवास्तव के अनुसार, जब हम सो रहे होते हैं तो हमारा अवचेतन मन सबसे अधिक सक्रिय होता है, इसलिए यह जानना जरूरी है कि हम अपनी नींद के दौरान अपने दिमाग को कौन सी ऊर्जा दे रहे हैं।

वास्तु इस बात का ध्यान रखता है कि हमें अपने आस-पास की सभी चीजों का ध्यान रखना चाहिए, खासकर जब हम सोते हैं तो ये चीजें हमारे मानस, मनोदशा, व्यवहार और यहां तक ​​कि शरीर के अंगों को भी प्रभावित कर सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, अपने बैडरूम में आपको इन चीजों को रखने से बचना चाहिए।

मोबाइल फोन
फोन आज हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है, इसलिए सोते समय भी इसे हमसे दूर रखना मुश्किल है। हालांकि, कम से कम हम यह तो कर ही सकते हैं कि सोते समय इसे अपने तकिए के नीचे न रखें। यह कोई रहस्य नहीं है कि चूंकि मोबाइल फोन लगातार मोबाइल टावर के संपर्क में रहते हैं, इसलिए यह बहुत अधिक विद्युत चुम्बकीय विकिरण उत्पन्न करता है। स्थिति तब और खराब हो जाती है जब फोन चार्ज होता है या आप खराब नेटवर्क एरिया में होते हैं। फोन के आसपास का रेडिएशन हमारे दिमाग को नुकसान पहुंचा सकता है और हमारे विकास की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है। फोन और टैब जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स के ऐसे हानिकारक प्रभावों से बचने के लिए या तो इसे बंद कर दें या सोते समय इसे एयरप्लेन मोड में रखें। हालांकि, अगर इसे बंद करना संभव नहीं है तो इसे अपने से कम से कम 7 फीट से अधिक दूर रखें।

वाईफाई राउटर

वाईफाई राउटर मोबाइल फोन से ज्यादा सुरक्षित नहीं हैं। दरअसल ये फोन के मुकाबले ज्यादा रेडिएशन पैदा करते हैं। इसलिए बेडरूम में वाईफाई राउटर्स लगाने से भी बचें। हालांकि, अगर कोई अन्य विकल्प नहीं है, तो कम से कम रात में इसे बंद कर दें।

सॉफ्ट टॉय
हाअपने बेडरूम को सॉफ्ट टॉयज से सजाना एक अच्छा विचार हो सकता है, लेकिन वास्तव में इसे वास्तु शास्त्र में एक खराब योजना माना जाता है। वास्तु के अँसुअर सॉफ्ट टॉयज में आत्म-सम्मान को कम करने की क्षमता होती है। सॉफ्ट टॉयज न केवल वातावरण से नमी, गंदगी और धूल सोखते हैं, बल्कि यह सभी नकारात्मक भावनाओं और बुरे इरादों को भी अपने अंदर ले लेते हैं। इसे अपने बेडरूम में रखने से आपकी नींद प्रभावित हो सकती है और आपको बुरे सपने और मानसिक परेशानी हो सकती है।

बॉक्स बेड
बॉक्स बेड एक आधुनिक आविष्कार है जो आज के समय में स्टोरेज की समस्या को हल करता है। लेकिन वास्तु के अनुसार बॉक्स वाले बेड के ऊपर सोने से बचना चाहिए। ये आपके अवचेतन को सुस्त महसूस करने के साथ साथ आपको प्रभावित कर सकता है।

डार्क पेंटिंग
ज्यादातर लोग अपने बिस्तर के पीछे या अपने बेडरूम में कहीं बड़ी पेंटिंग टांगना पसंद करते हैं। यदि पेंटिंग ब्राइट है तो यह निश्चित रूप से आपको एक अच्छी रात की नींद का आनंद लेने में मदद करेगी। लेकिन डार्क इमोशन दिखाते हुए डार्क पेंटिंग टांगने से आपका मूड और स्पिरिट खराब हो जाएगी।

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