इंटरेनट डेस्क। देश में डिजिटिलाइजेशन का चलन लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके कारण व्यक्ति को कई प्रकार से राहत मिली है। हालांकि डिजिटिलाइजेशन के कारण धोखाधड़ी और साइबर क्राइम के मामलों में भी इजाफा होता जा रहा है। थोड़ी सी लापरवाही के कारण व्यक्ति को बड़ा नुकसान झेलना पड़ जाता है।

इन मामलों पर भारतीय रिजर्व बैंक की भी नजर है। इस संबंध में वह लोगों को सतर्क करता रहता है। भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से एक फिर से साइबर क्राइम से बचने के लिए सतर्क किया गया है।

बैंक की ओर से ग्राहकों से ओटीपी और सीवीवी जैसी जानकारी किसी भी अन्य व्यक्ति के साथ शेयर नहीं करने की सलाह दी है। आरबीआई की ओर से बैंकिंग फ्रॉड और धोखाधड़ी से लोगों को बचाने के लिए एक बुकलेट भी जारी की है।
इस बुकलेट में बताया गया है कि कभी भी वित्तीय लेनदेन के दौरान ओटीपी और सीवीवी की जानकारी अन्य लोगों को नहीं दे।

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