हिंदू धर्म में वैसे तो हर पौधे, पेड़ का बड़ा महत्व हैं, लेकिन जब बात तुलसी पौधे की आती है, तो इसको माता के रूप में पूजा जाता हैं,अपनी पवित्रता के कारण, तुलसी के पौधे आमतौर पर हिंदुओं के घरों में पाए जाते हैं। भक्त रोजाना पूजा करते हैं, सुबह पौधे को जल चढ़ाते हैं और शाम को घी का दीपक जलाते हैं। इस पौधे में देवी लक्ष्मी निवास करती है, इसलिए कई लोग इसकी माला पहनते है, लेकिन इसकी माला पहनने से पहले इन बातों का आपको ध्यान रखना जरूरी हैं, आइए जानते हैं इनके बारें में

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तुलसी माला पहनने का महत्व

कई हिंदू तुलसी की माला भी पहनते हैं, उनका मानना ​​है कि इससे शारीरिक और मानसिक लाभ मिलते हैं। इन लाभों को पूरी तरह से प्राप्त करने के लिए कुछ नियमों का पालन करना चाहिए। आइए जानते हैं इसके नियमों के बारे में-

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पवित्रता और पवित्रता: तुलसी माला को एक पवित्र वस्तु माना जाता है, और इसकी पवित्रता को बनाए रखना चाहिए। अगर तुलसी माला से जुड़े नियमों का पालन नहीं किया जाता है, तो लाभ नहीं मिलता है।

खाद्य प्रतिबंध: तुलसी माला पहनने वाले व्यक्ति को मांसाहारी भोजन और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।

रखरखाव और संभाल: यदि आपको किसी कारण से माला को हटाने की आवश्यकता है, तो इसे फिर से पहनने से पहले साफ पानी या गंगाजल से धोना चाहिए। यह अभ्यास सुनिश्चित करता है कि माला अपनी पवित्रता बनाए रखे।

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सुबह की रस्म: सुबह स्नान करने के बाद ही तुलसी की माला पहननी चाहिए। स्नान के बाद, भगवान का ध्यान करें और फिर माला पहने।

मंत्रों का जाप: तुलसी की माला पहनते समय, भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करने की सलाह दी जाती है। ऐसा माना जाता है कि यह अभ्यास माला के सकारात्मक प्रभावों को बढ़ाता है।

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