इन दिनों गर्मी अपनी चरम पर है. वहीं बच्चों के समर वैकेशंस भी शुरू होने वाले हैं, ऐसे में आप फैमिली या दोस्तोंं के साथ अगर कोई छोटी सी ट्रिप बनाना चाहते हैं, तो उत्तराखंड स्थित देहरादून आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है। बात करें अगर देहरादून की, तो यहां आपको कई धार्मिक स्थलों से लेकर वन्य जीवन तक के दृश्य देखने को मिलेंगे. इसके अलावा आप यहां एंडवेचर्स स्पोर्ट्स का भी हिस्सा बन सकते हैं। देहरादून से करीब 12 किलोमीटर दूर एक जगह है सहस्त्रधारा, ये पर्यटकों का खास आकर्षण है. अगर आप देहरादून जा रहे हैं, तो सहस्त्रधारा में जाना न भूलिएगा. कहा जाता है कि यहां का पानी औषधीय तत्वों से युक्त है. ये पानी त्वचा संबन्धी रोगों को ठीक कर देता है. जानिए सहस्त्रधारा से जुड़ी तमाम बातें और देहरादून में मौजूद अन्य दर्शनीय स्थलों के बारे में।

* गंधक युक्त है सहस्त्रधारा का पानी :

सहस्त्रधारा में चारों तरफ पहाड़ियों से पानी की धाराएं बह रह होती हैं, जिनमें यहां आने वाले पर्यटक स्नान करते हैं. गर्मी के दिनों में ठंडे ठंडे पानी से स्नान करने का मजा अलग ही होता है. कहा जाता है कि गुफाओं की छत से बारिश की फुहारों की तरह टपकता पानी गंधक युक्त है और त्वचा संबन्धित रोगों को ठीक कर देता है. सहस्त्रधारा से करीब 3 हजार मीटर की ऊंचाई पर मणिदीप स्थित है. यहां रोपवे द्वारा जाया जा सकता है. इससे आपकी ये यात्रा काफी यादगार बन सकती है।

* घने जंगलों के बीच स्थित है सहस्त्रधारा :

सहस्त्रधारा एक पिकनिक स्पॉट की तरह है. यहां का मुख्य आकर्षण प्राकृतिक रूप से तराशी हुई कई छोटी गुफाएं हैं. थोड़ी दूर पहाड़ी पर आगे चलने पर ये गुफाएं आपको नजर आएंगी. इन गुफाओं की छत से रिमझिम बारिश की तरह पानी टपकता रहता है. इन गुफाओं के बीच ही एक प्राकृतिक शिव मंदिर बना हुआ है. कहा जाता है कि इस मंदिर में गुरु द्रोणाचार्य ने तपस्या की थी. गर्मी से व्याकुल द्रोणाचार्य को यहां शिव से आशीर्वाद प्राप्त हुआ था कि इन गुफाओं में हमेशा पानी टपकता रहेगा। पहाड़ों में घने जंगलों के बीच स्थित सहस्त्रधारा में सैकड़ों धाराओं का समूह है, इसलिए इस स्थान को सहस्त्रधारा कहा जाता है।

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