इंटरनेट डेस्क. घूमना सभी को पसंद होता है। सभी लोग अपनी अपनी पसंद के अनुसार घूमने के लिए जगह का चयन करते हैं यदि आप भी घूमने का प्लान बना रहे हैं और ऐसी जगह की तलाश में है जहां पर आप को शांति और सुकून मिले तो आप इसके लिए लद्दाख में मौजूद बौद्ध मठों को अपनी ट्रिप के डेस्टिनेशन की लिस्ट में शामिल कर सकते हैं। क्योंकि लद्दाख में मौजूद इन बौद्ध मठों का वातावरण एकदम शांत होता है यहां पर जाने से आपको अंदर से खुशी मिलेगी और यहां से नजर आने वाले प्रकृति के सुंदर नजारे आपका मन मोह लेंगे। लद्दाख को बौद्ध संस्कृति का गढ़ माना जाता है। लेह लद्दाख में कहीं बौद्ध मठ मौजूद है। आइए इस लेख के माध्यम से आपको बताते हैं लद्दाख में मौजूद इन बौद्ध मठों के बारे में -

* हेमिस मोनेस्ट्री बौद्ध मठ :

लेह लद्दाख में स्थित हेमिस मॉनेस्ट्री बौद्ध मठ घूमने के लिए बहुत अच्छी जगह है यहां का वातावरण बहुत ही शांत होता है बताया जाता है कि इस मठ का इतिहास 11 वीं शताब्दी से चला आ रहा है। इस मटका निर्माण 1672 में राजा नामग्याल ने करवाया था। यहां पर आपको बौद्ध संस्कृति की झलक करीब से देखने को मिलेगी।

* थिकसे मोनेस्ट्री जाए घूमने :

भारत के सबसे चर्चित बौद्ध मठों में से इस मठ को एक माना जाता है। बरसात के मौसम में थिकसे बौद्ध मठ की खूबसूरती और बढ़ जाती है क्योंकि इस मौसम में आसमान में बादल छाए रहते हैं जो इस मठ को भी अपने साथ घर लेते हैं यहां के शांत वातावरण से आपके मन को बहुत सुकून मिलता है।

* दिस्कित गोम्पा बौद्ध मठ :

भारत में स्थिति सबसे पुराने बौद्ध मठों में दिक्सित बौद्ध मठ को गोम्पा के नाम से जाना जाता है। इस मठ को लद्दाख की नुब्रा घाटी की सबसे पुरानी और बड़ी मॉनेस्ट्री यानी बौद्ध मठ माना जाता है। यहां पर मौजूद कई चीजें हैं जो इतिहास को बेहतर तरीके से प्रदर्शित करते हैं।

* लामायुरू बौद्ध मठ :

लद्दाख में स्थित लामायुरू बौद्ध मठ का नाम लामायुरू गांव के नाम पर रखा गया है। यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण चर्चाओं में रहता है इस मठ को मूनलैंड के नाम से भी जाना जाता है। इस मठ के बारे में कहा जाता है कि इसकी स्थापना 11वीं शताब्दी में की गई थी।

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