Tokyo Olympics:5 मेडल भारत की झोली में, 3 और की आस, इस बार ओलंपिक में बदलेगा इतिहास!
टोक्यो ओलंपिक में भारत के खिलाड़ियों ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है. 5 मेडल जीतकर भारत ओलंपिक में अपना दूसरा सबसे अच्छा प्रदर्शन कर चुका है और अगले कुछ घंटे में ये सर्वश्रेष्ठ भी हो सकता है. भारत का अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन लंदन ओलंपिक-2012 में रहा है, जहां उसने 6 मेडल अपने नाम किए थे.
टोक्यो ओलंपिक में भारत के खाते में और पदकों की जुड़ने की उम्मीद है,टोक्यो में जारी 'खेलों के महाकुंभ' के पहले दिन ही भारत ने पदक के खाते को खोल लिया था. वेटलिफ्टर मीराबाई चनू ने सिल्वर मेडल जीतकर भारत को पहला पदक दिलाया था. इसके बाद बैडमिंटन में पीवी सिंधु ने कांस्य पदक पर कब्जा किया.
टोक्यो ओलंपिक में भारत की पुरुष हॉकी टीम ने भी कमाल किया. उसने 4 दशक का सूखा खत्म करते हुए कांस्य पदक जीता. भारत को इससे पहले 1980 के मॉस्को ओलंपिक में मेडल मिला था. तब उसने गोल्ड मेडल पर कब्जा किया था.
लंदन ओलंपिक में इन खिलाड़ियों ने जीता था पदक
- शूटिंग- विजय कुमार (सिल्वर)- 25 मीटर रेपिड फायर पिस्टल
कुश्ती- सुशील कुमार( सिल्वर)- फ्रीस्टाइल 66 किग्रा भार वर्ग
- शूटिंग- गगन नारंग (कांस्य)- 10 मीटर एयर राइफल
- बैडमिंटन- साइना नेहवाल( कांस्य)- महिला एकल
- बॉक्सिंग- एमसी मैरीकॉम (कांस्य)
- कुश्ती- योगेश्वर दत्त (फ्रीस्टाइल 60 किग्रा भार वर्ग