हिंदू धर्म में देवताओं की पूजा में विभिन्न सामग्रियों का उपयोग किया जाता है। जैसे धूप, अगरबत्ती, कपूर, दीपक, हल्दी, चंदन, नारियल, अष्टगंध, फूल आदि। साथ ही अक्षत यानी चावल का इस्तेमाल भी हर शुभ कार्य में किया जाता है। हिन्दू धर्म में अक्षत को विशेष महत्व दिया गया है। ऐसा कहा जाता है कि अक्षत के बिना कोई भी धार्मिक अनुष्ठान पूरा नहीं होता है। अक्षत का उपयोग न केवल पूजा में बल्कि घर में वास्तु दोष को दूर करने के लिए भी किया जाता है।

शास्त्रों में अक्षत के लिए कई उपाय बताए गए हैं। कुछ अक्षत उपाय हैं जो जीवन में सुख-समृद्धि और घर में सकारात्मक ऊर्जा लाने के लिए किए जा सकते हैं। आइए देखते हैं इसके बारे में जानकारी।

भगवान का आशीर्वाद -

शास्त्र के अनुसार किसी भी पूजा में अक्षत का महत्व माना जाता है। शिवलिंग पर अक्षत चढ़ाने से भगवान शंकर की कृपा प्राप्त होती है। यह भगवान शंकर से सौभाग्य का आशीर्वाद लाता है। साथ ही घर में चावल के ढेर पर देवी अन्नपूर्णा की स्थापना करने से धन और वैभव की प्राप्ति होती है। अक्षत को कुंकवा में रंगकर चढ़ाने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

घर के वास्तु दोष दूर होंगे -

शास्त्रों के अनुसार अक्षत को सूर्य देव की पूजा में शामिल करें। घर के मुख्य द्वार पर स्वस्तिक का चिन्ह बनाएं और वहां अक्षत और जल चढ़ाएं। ऐसा रोजाना करने से आप पर माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

साथ ही शुक्रवार को घर में लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित की गई। इसके बाद 21 पीले चावलों को लाल कपड़े में बांधकर उसकी एक बंडल बना लें। इसे देवी लक्ष्मी के चरणों में रखें और पूरे मन से इसकी पूजा करें। इसके बाद बंडल को घर की तिजोरी या पर्स में रख दें। इस उपाय से घर में कभी भी पैसों की कमी नहीं होगी।

ये बातें याद रखें

भगवान को अक्षत अर्पित करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कोई भी चावल टूटे नहीं। टूटे हुए चावल को चढ़ाने से अशुभ फल मिलता है। ऐसे में चावल लेने से पहले जांच लें कि चावल पूरे हैं या नहीं।

Related News