लाइफस्टायल डेस्क। भारत के प्रकांड विद्वानों में गिने जाने वाले गुरू चाणक्य को तो सभी जानते हैं वैसे तो उनका नाम कौटिल्य' था लेकिन ज्यातर लोग उन्हें चाणक्य के नाम से ही जानते हैं वह तक्षशिला विश्वविद्यालय के प्रमुख आचार्य थे उन्होंने अपने दिमाग और अपनी कूटनीती के दम से चन्द्रगुप्त मौर्य से नंदवंश का नाश करबा कर उसे अखंड भारत का राजा बना दिया था चाणक्य ने अपने जीवन में कई ग्रंथों की रचाना की जिनमें से मुख्यत अर्थशास्त्र, अर्थनीति, कृषि, समाजनीति जैसे कई ग्रथ प्रमुख है तो वहीं चाणक्य ने अपने ग्रंथों में बताया है अगर व्यक्ती को धनवान बनना चाहता है तो उसे क्या-क्या करना चाहिए तो चलिए आज जानते हैं चाणक्य के नियमों के बारे में...

चाणक्य ने बाताया कि जो व्यक्ति सूर्य निकलने से पहले अपने विस्तर को छोड़ देता है यानी की अपने विस्तर का त्याग देता है और अपने कार्यों में एकाग्रता से जुट जाता है ऐसे व्यक्ति पर हमेशा लक्ष्मी जी हमेशा महरवान रहती है वह व्यक्ति कभी भी अपने कार्यों में असफल नहीं होता है।

चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति अपने कार्य को करने के लिए सदैव तत्पर रहता है यानी की जो व्यक्ति परिश्रम करने से डरता नहीं है वह व्यक्ति कभी भी अपने जीवन में असफल नहीं होता और धन कमाने के मामले जल्द ही सफलता को प्राप्त कर लेता है।

इसके अलावा जो व्यक्ति अपने किसी भी कार्य को करने से पहले उस कार्य को करने की योजना बना कर उस कार्य को करता है वह व्यक्ति अपने कार्य में सफल हो जाता है इसके अलावा वह अपनी योजनाओं का किसी भी व्यक्ति के सामने खुलासा नहीं करता ऐसा व्यक्ति भी जल्द सफलता प्राप्त कर लेता है।

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