लाइफस्टाइल डेस्क। दोस्तों आज दुनिया में रोजाना कई किताबें लिखी जाती है, हालांकि आज लगभग सभी किताबें डिजिटल माध्यम से प्रिंट की जाती है। लेकिन दोस्तों पहले टाइपराइटर के माध्यम से ही किताबें लिखी जाती थी। दोस्तों हम आपको बता दें कि पहले टाइपराइटर के माध्यम से ही किताबें लिखने का चलन था, क्योंकि कंप्यूटर का निर्माण हुआ ही नहीं था। दोस्तों आज हम आपको इतिहास की पहली ऐसी किताब के बारे में बताने जा रहे हैं, जो टाइपराइटर से लिखी गई थी। जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि टाइपराइटर पर लिखी गई दुनिया की पहली किताब ‘लाइफ ऑन दि मिसिसिपी’ को माना जाता है, जो साल 1882 को प्रकाशित हुई थी। इतिहासकारों के अनुसार पूरी तरह टाइपराइटर पर टाइप कर किसी प्रकाशक को भेजी गई यह पहली पांडुलिपि मार्क ट्वेन की थी, हालांकि साल 1904 में लिखी अपनी आत्मकथा में मार्क ट्वेन ने इसका क्रेडिट ‘द एडवेंचर्स ऑफ टॉम सॉयर’ को दे दिया था।

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