गणेश जी को उनके मोटे पेट के कारण लंबोदर कहा जाता है।चीन के लाफिंग बुद्धा के अलावा भगवान गणेश ही एकमात्र ऐसे देवता हैं जिनके पेट मोटा है। गणेश मोटा पेट खुशी और खुशी का प्रतीक मायने रखता है। गणेशजी के मोटे पेट को लेकर कई कहानियां और मिथक हैं। एक मिथक के अनुसार भगवान शिव गणेश पर हंसते थे

हंसते हुए लम्बोदर ने कहा कि प्रभाव गणेशजी का था पेट लंबा हो गया।

ब्रह्म पुराण के अनुसार भगवान गणेश माता पार्वती के प्रिय थे। उन्हें हमेशा इस डर से कि भाई कार्तिकेय आएंगे और माता उस दिन दूध न पिएं भरत अपनी माँ की गोद में छुपा हुआ था। उनकी इस आदत के कारण एक दिन भगवान शिव ने उन्हें मजाक में लम्बोदरी जाने को कहा यहाँ से। उस दिन से गजानन लम्बी हो गई।

गणपति के लम्बी होने के पीछे का कारण यह है कि गणेश जगत को पेट मोटा रखने का ज्ञान देते हैं। पेट को मोटा रखने का मतलब भोजन को मोटा करना नहीं है। पेट मोटा होना मतलब हर चीज को पचाना सीखना। अपने आस-पास जो कुछ भी हो रहा है उसे सुनें और अपने पेट में रखें।

इधर-उधर किसी से बात न करें। ऐसा करने से आप हमेशा खुश रहेंगे।

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