लाइफस्टाइल डेस्क। दोस्तों भारत में अलग-अलग धर्मों को मानने वाले लोग निवास करते हैं। हम आपको बता दें कि भारत में अलग-अलग धर्मों में भी कई जातियां है, जिस कारण आज भारत में अलग-अलग जात पात के लोग निवास करते हैं। दोस्तों आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे हैं जो बिना जात और बिना धर्म वाली पहली भारतीय व्यक्ति बन चुकी है। जी हां दोस्तों जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि अभी हाल ही में तमिलनाडु की एडवोकेट स्नेहा प्रतिभाराजा नो कास्ट नो रिलिजन सर्टिफिकेट पाने वाली पहली भारतीय बन चुकी है। हम आपको बता दें कि स्नेहा अब अधिकारिक तौर पर सिर्फ एक इंडियन है, जो किसी भी धर्म और जाति से ताल्लुक नहीं रखती है।

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