सर्दियों के मौसम में बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो पानी कम पीते हैं। जी हां, कई लोगों को लगता है कि प्यास की कमी के कारण शरीर को पानी की जरूरत नहीं होती है। शरीर को केवल गर्मी के मौसम में या प्यास लगने पर ही पानी की जरूरत होती है।पानी हम सभी के लिए जरूरी होता है और अगर शरीर में पानी की कमी हो जाए तो कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। आज हम आपको उनके बारे में बताने जा रहे हैं। पानी की कमी होते ही हमारा शरीर हमें इसके संकेत देने लगता है। जिसके लिए इनकी पहचान करने की जरूरत होती है, ताकि शरीर को समय से पानी की आपूर्ति हो सके और हम डिहाइड्रेशन की गंभीर स्थिति में न पहुंच जाएं। तो आइए जानते हैं क्या हैं लक्षण हमें इस बात का अहसास दिलाते हैं कि हमारे शरीर में पानी की कमी हो गई है।

शरीर में निर्जलीकरण के लक्षण;

त्वचा का सूखना- जब शरीर में पानी की कमी हो जाती है तो हमारी त्वचा सूखने लगती है और होठों पर पपड़ी जम जाती है। इनमें से खून भी निकल सकता है। आपकी कोमल-मुलायम त्वचा अचानक से बेजान और खुरदरी लगने लगती है और उस पर रैशेज और खुजली की समस्या भी दिखाई दे सकती है।

पेशाब की समस्या- यदि आपके पेशाब का रंग हल्का और पारदर्शी है तो इसका मतलब है कि आपके शरीर में पानी की कमी नहीं है, लेकिन जब पेशाब का रंग गाढ़ा या पीला हो तो हमें समझना चाहिए कि पानी की कमी है। शरीर।

मुंह से दुर्गंध की समस्या- शरीर में पानी की कमी होने से मुंह और गले में सूखापन आ जाता है और इस वजह से सांस लेने की समस्या के साथ-साथ मुंह से भी बदबू आने लगती है. दरअसल, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पानी की कमी के कारण लार मुंह में पर्याप्त लार नहीं बना पाती है, जो मुंह की गंध के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया को नियंत्रित करने का काम करती है।

भूख-प्यास में वृद्धि- निर्जलीकरण की स्थिति में पानी पीने के बावजूद बार-बार प्यास लगती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शरीर में पानी नहीं रुकता और इससे राहत पाने के लिए सादा पानी पीने की बजाय नींबू-पानी या इलेक्ट्रोल के घोल से पानी पिएं।

सिर दर्द और आलस्य महसूस होना- जब शरीर में पानी की कमी हो जाती है तो हमारे खून की कुल मात्रा कम हो जाती है। इससे लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। इससे घबराहट या सिरदर्द भी हो सकता है।

Related News