यदि किडनी और लीवर दोनों में कोई समस्या है तो बहुत परेशानी होती है। ऐसे में इन्हें पहचानने के लिए आपको कुछ ऐसे लक्षणों को पहचानना होगा, जिनमें पेशाब में जलन या दर्द होना आम बात है। यह गुर्दे या यकृत के खराब स्वास्थ्य का संकेत हो सकता है। बता दे की, सभी कि किडनी की सेहत में किसी भी तरह की गड़बड़ी हो तो यूटीआई यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन, किडनी स्टोन या किडनी से जुड़ी कोई बीमारी हो सकती है।

त्रिफला - बता दे की, त्रिफला एक ऐसा आयुर्वेदिक जड़ी बूटी संयोजन है, और यह आपके वजन घटाने के साथ गुर्दे के प्राकृतिक कार्य में सुधार करता है। त्रिफला के सेवन से किडनी और लीवर मजबूत होता है। इसके अलावा इसका सेवन शरीर के उत्सर्जन कार्यों को प्रबंधित करने में मदद करता है।

अदरक - अदरक लीवर और किडनी को साफ करने में बहुत मददगार होता है। जी हां और इसका सेवन लीवर और किडनी को डिटॉक्सीफाई करता है। दरअसल, इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण किडनी के दर्द और सूजन को कम करते हैं और यूटीआई इंफेक्शन की समस्या से बचाते हैं।

संतुलित आहार - आपकी जानकारी के लिए बता दे की, आपका दैनिक आहार प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, खनिज और विटामिन से संतुलित होना चाहिए। हां, और प्रत्येक भोजन में प्रोटीन का उचित अनुपात होना चाहिए, विशेष रूप से शाकाहारी प्रोटीन। साथ ही नमक का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि नमक पेट में पानी के स्तर को बढ़ा सकता है और पैर में सूजन पैदा कर सकता है। इसके साथ ही लीवर और किडनी के मरीजों को प्रतिदिन 2 ग्राम नमक खाने की अनुमति है।

व्यायाम - पेट में पानी की अधिकता के कारण फेफड़ों का निचला हिस्सा ठीक से नहीं खुल पाता है, इस वजह से हमें सांस लेने के व्यायाम करने चाहिए. हां और इसमें आप आसान ब्रीदिंग एक्सरसाइज या स्पाइरोमीटर भी कर सकते हैं - फेफड़ों की एक्सरसाइज के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

Related News