इंटरनेट डेस्क। कुछ कहते हैं कि भगवान एक निराकार और सर्वव्यापी इकाई है जो इस ब्रह्मांड के हर कोने में रहता है। इस विश्वास को ध्यान में रखते हुए राजस्थान के पाली जिले में लोग एक 350 सीसी बुलेट मोटरसाइकिल की पूजा करते है। आपको यह बात सुनकर हैरानी हो सकती है लेकिन यह बिल्कुल सच है।

मान्यताओं के मुताबिक नेशनल हाईवे 50 पर जोधपुर से लगभग 50 किलोमीटर दूर 'बुलेट बाबा' का मंदिर है। कहा जाता है कि बुलेट बाबा यात्रियों की मदद करते है और वाहन चालकों की हर प्रकार की दुर्घटना से रक्षा करते है। अब आप यह सोच रहे होंगे की लोग इस मंदिर में बुलेट पर प्रसाद के तौर पर फल, फूल इत्यादि कैसे चढ़ाते होंगे तो बता दें कि इस मंदिर में श्रद्धालु बुलेट पर शराब चढ़ाते है जो कि वाहन चालकों में दुर्घटना का एक मुख्य कारण होती है।

इस मंदिर में सुबह और शाम किये जाने वाले अनुष्ठानों में पारंपरिक ड्रम बजाना और बुलेट के दर्शन के लिए हर समय श्रद्धालुओं की एक लंबी कतार शामिल है। वास्तव में, पाली-जोधपुर नेशनल हाईवे पर अधिकांश यात्री ओम बन्ना मंदिर के चारों ओर एक लंबा जाम लगा हुआ देख सकते है।

'बुलेट बाबा' की कहानी कुछ इस तरह है कि 1998 में इस गाँव के नेता के बेटे ओम इन राठौड़ की एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। पुलिसवाले घटनास्थल से उनकी बुलेट मोटरसाइकिल को थाने में ले आए लेकिन अगली सुबह ही यह मोटरसाइकिल थाने से गायब हो गई और दुर्घटनास्थल पर खड़ी पाई गई। पुलिस द्वारा पेट्रोल निकालने के बाद भी हर बार यह बुलेट उसी जगह पहुँच जाती थी।

इसके बाद ओम बन्ना के पिता ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर अपने बेटे की अंतिम इच्छा समझकर उस बुलेट को उसी स्थान पर एक पेड़ के नीचे चबूतरा बनाकर खड़ी कर दिया। ऐसा कहते है कि तब से लेकर आज तक इस जगह दुर्घटना नहीं हुई क्योंकि ओम बन्ना वाहन चालकों को दुर्घटनाग्रस्त होने से बचाते है।

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