सूर्य देव का पौराणिक मंत्र का जाप करने से मिलते है ये लाभ
इंटरनेट डेस्क। दोस्तों आपको बता दे की हिन्दू धर्म में विविधता है , यहा देवी देवता भी बहुत से है। इन्ही में से एक देवता है सूर्य देव जो साक्षात दर्शन देते है और व्यक्ति , पेड़ पौधो और जानवरो को जीवन प्रदान करते है। अन्धकार को दूर करने वाले और रोशनी देने वाले सूर्य देवता के बिना किसी का भी जीवन अपूर्ण है। वेदो और पुराणों में सूर्य देव की महिमा को विस्तार से बताया गया है।
लेकिन दोस्तों आज हम आपको इस पोस्ट के जरिये कुछ ऐसे मंत्रों के बारे में बता रहे है जिनका नियमित रूप से जाप करने पर आपको कई परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। तो दोस्तों आप भी इन मंत्रो के बारे में जान लीजिये।
सूर्य का पौराणिक मंत्र
जपाकुसुम संकाशं काश्यपेयं महाद्युतिम।
तमोरिं सर्वपापघ्नं प्रणतोस्मि दिवाकरम।
सूर्य गायत्री मंत्र
ऊँ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्न: सूर्य: प्रचोदयात।
हृदय रोग, नेत्र व पीलिया रोग एवं कुष्ठ रोग तथा समस्त असाध्य रोगों को नष्ट करने के लिए सूर्य देव के इस मंत्र का जाप करना चाहिए।
ऊँ हृं हीं सः सूर्याय नमः।
ये हैं सूर्य के लाभकारी मंत्र
सूर्य वैदिक मंत्र
ऊँ आकृष्णेन रजसा वर्तमानो निवेशयन्नमृतं मर्त्यण्च ।
हिरण्य़येन सविता रथेन देवो याति भुवनानि पश्यन।
सूर्य के लिए तांत्रोक्त मंत्र
ऊँ घृणि: सूर्यादित्योम, ऊँ घृणि: सूर्य आदित्य श्री, ऊँ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय: नम:, ऊँ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नम:।