आपने आज तक कई जेलों के बारे में सुना होगा इसलिए आज हम आपको दुनिया की सबसे खतरनाक जेल के बारे में बताने जा रहे हैं। इस जेल में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बेहद खतरनाक आतंकियों को रखा जाता है। इस जेल का नाम ग्‍वांतानामो जेल है जो ग्‍वांतानामो की खाड़ी में स्थित नौसैनिक अड्डे पर स्थित है। यह जेल क्‍यूबा में है।

ग्‍वांतानामो जेल में उन मुसलमान आतंकियों को रखा गया था जिन्हे अमेरिकी सैनिकों ने पकड़ा हो। इन आतंकियों पर अमेरिका के खिलाफ आतंकी साजिश रचने के आरोप थे। जेल को अमेरिका ने 9 सितंबर 2001 को हुए आतंकी हमलों के बाद शुरू किया था।

जनवरी 2002 में तत्‍कालीन राष्‍ट्रपति जॉर्ज बुश के आदेश पर इसे शुरू किया गया। ये जेल बहुत जल्द चर्चा और दहशत का विषय भी बन गई थी। जानकारी के लिए बता दें कि यहां नारंगी रंग के कपड़े पहने और बेड़ियों में जकड़े कैदियों की फोटोज भी काफी वायरल होती थी।

पाकिस्‍तान से पकड़ा गया पहला आतंकी
फिलीस्‍तीन का रहने वाला अबु जुदाया को सबसे पहले एक कैदी के रूप में इस जेल में रखा गया था। उसे पाकिस्‍तान के फैसलाबाद से गिरफ्तार किया गया था। यहाँ पर जिस तरह से कैदियों को टॉर्चर किया जाता है उसे देख कर अच्छे अच्छों की रूह काँप जाएगी। कैदियों के कान पर जाकर चिल्‍लाना, उन पर बेहद खतरनाक और खूंखार कुत्ते छोड़ देना, इतनी तेज आवाज में म्‍यूजिक बजाना कि कान का पर्दा फट जाएगा, सोने न देना, वॉटरबोर्डिंग यानी मुंह पर ठंडा पानी डालना, ठंड में नंगा रखना, 20 घंटे तक पूछताछ करना, इलेक्ट्रिक शॉक देना आदि सभी सजा शामिल है।

सबसे खतरनाक आतंकी भी यहाँ है बंद
ग्वांतानामो बे की जेल में पाकिस्तान का खालिद शेख मुहम्मद भी कैद है, जिस पर 9/11 की साजिश रचने का आरोप है। उसी के चार साथी भी इस जेल में है।

हर कैदी पर खर्च होता है 13 मिलियन डॉलर
न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स की रिपोर्ट के अनुसार इस जेल में जो कैदी बंद है उन पर सालाना 13 मिलियन डॉलर खर्च आता है। इस रकम को अगर भारतीय रुपयों में बदला जाए तो यह करीब 98 करोड़ रुपए के करीब है। ये खर्चा कैदियों की सुरक्षा में आता है। जिन कैदियों को यहां से रिहा किया गया है, उन पर भी खास नजर रखी जाती है।

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