इतिहास अतीत और वर्तमान के बीच की वह प्रक्रिया है, जो हमें अतीत के जरिए वर्तमान का विश्लेषण करने की सीख देता है। विश्व इतिहास में आज जो कुछ भी दिख रहा है, उसके पीछे अतीत के ही बीज हैं। इस स्टोरी में हम आपको उन ऐतिहासिक त्रुटियों से रूबरू कराने जा रहे हैं, जिन्होंने मानव सभ्यता का रूख ही बदलकर रख दिया।

1- भारत का विभाजन

1947 में भारत तो जरूर आजाद हुआ लेकिन बंटवारें में नए पाकिस्तान का जन्म हुआ। उस पाकिस्तान का जन्म जिसकी नींव ही धर्म के आधार पर रखी गई थी। उसी बड़ी राजनीतिक गलती का खामियाजा आज पूरा देश भुगत रहा है।

2- पर्ल हार्बर पर हमला

प्रथम विश्व युद्ध तो दूर की बात है, दूसरे विश्व युद्ध से भी अमेरिका दूर था। वह द्वितीय विश्व युद्ध में शामिल नहीं होना चाहता था। लेकिन 1941 में जापान ने अमेरिकी नौसेना के बंदरगाह पर्ल हार्बल पर हमला कर दिया। नतीजा यह हुआ कि अमेरिका द्वितीय विश्व युद्ध की आग में कूद पड़ा और उसने जापान के दो शहरों नागासाकी और हीरोशिमा पर एटम बम गिराए।

3- जब समाजवादी से पूंजीवादी बना रूस

आपको बता दें कि सोवियत संघ रूस एक साम्यवादी देश था। लेकिन 1992 में उसके विभाजन के बाद जब सोवियत यूनियन रूस में तब्दील हुआ तब वहां के प्रेसिडेंट ने बिना सोचे समझे रूस की अर्थव्यवस्था को पूंजीवादी देश में बदल दिया। नतीजा यह है कि इस शक्तिशाली देश में आज भी गरीबी और बेरोजगारी की भरमार है।

4- कार्ल मार्क्स की थ्योरी

कार्ल मार्क्स ने साम्यवाद को लेकर जो थ्योरी पेश की, उसके अनुसार, किसी भी देश के नागरिकों की हर जरूरत की जिम्मेदारी उस देश की सरकार पूरा करेगी। लेकिन इसके साथ ही समाजवाद का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि देश के हर नागरिक की जिंदगी सरकार के हाथों में होगी। ऐसे में कोई भी इंसान चाहकर भी तरक्की नहीं कर सकता है।

5- इजिप्ट के मम्मी

हजारों साल पहले इजिप्ट में यह परंपरा थी कि इंसानों के मरने के बाद उनके मृत शरीर को जलाया या फिर दफनाया नहीं जाता था, बल्कि उनकी डेड बाॅडी पर एक खास लेप लगाकर ममी के जरिए पिरामिड में रख देते थे। ऐतिहासिक त्रुटि यह हुई कि जब तक इजिप्ट के लोग इस कला में निपुण नहीं हुए थे, तब तक वहां ना जाने कितने ही मासूम इंसानों को मौत के घाट उतारकर उन पर परीक्षण किए गए।

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