महाभारत को हिन्दुओं के प्रमुख ग्रंथो में माना जाता है। इसमें कई चीजों का उल्लेख किया गया है जिनके बारे में हम लोग नहीं जानते हैं। इस युद्ध में कौरवों पांडवों सहित कई देवताओं और बड़े बड़े योद्धाओं ने भाग लिया था। अर्जुन की इस युद्ध में अहम भूमिका थी। अर्जुन को सबसे शक्तिशाली धुरंधरों में से एक माना जाता है। अर्जुन को हराना इतना आसान नहीं था लेकिन आज हम आपको ऐसे 3 शक्तिशाली योद्धाओं के बारे में बताने जा रहे हैं जो अर्जुन को इस युद्ध में आसानी से हरा सकते थे।

द्रोणाचार्य

द्रोणाचार्य भारत के महान व्यक्ति थे जो अर्जुन के भी गुरु थे। द्रोणाचार्य सभी को धनुर्विधा सीखाते थे और वे इसमें पारंगत थे। उन्होंने ही अर्जुन को धनुर्विद्या में निपुण बनाया था। वे अर्जुन को पल भर में हरा सकते थे लेकिन महाभारत में उन्हें धोखे से मार दिया गया था।

वीर बर्बरीक


वीर बर्बरीक महाभारत का एक ऐसा योद्धा था जो केवल तीन बाण से युद्ध लड़ना चाहता था। वीर बर्बरीक के 3 बाणों की शक्ति का तोड़ अर्जुन के पास भी नहीं था यदि बर्बरीक महाभारत युद्ध में भाग लेता तो अर्जुन को आसानी से हरा सकता था। श्री कृष्ण ने बर्बरीक से दान की इच्छा प्रकट की। बर्बरीक ने दान देने का वचन दिया तब श्री कृष्ण ने बर्बरीक से उसका सिर मांग लिया। उसके बाद बर्बरीक के कहने पर श्री कृष्ण ने सुदर्शन चक्र से बर्बरीक का सिर काटकर सिर पर अमृत का छिड़काव कर दिया और एक पहाड़ी के ऊंचे टीले पर रख दिया। यहां से बर्बरीक के सिर ने पूरा युद्घ देखा।

श्री कृष्ण


श्री कृष्ण महाभारत के वह शक्तिशाली योद्धा थे। उन्होंने इस युद्ध में भाग नहीं लिया वे अर्जुन के सारथी बनें। यदि श्री कृष्ण युद्ध में भाग लेते तो महाभारत का कोई भी योद्धा उन्हें हरा नहीं सकता था।

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