सर्वे में हुआ खुलासा, तीसरी लहर में बच्चों को ज्यादा खतरा नहीं, WHO और AIIMS के जानें नतीजे
कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर में बच्चों के एडल्ट्स की तुलना में बहुत अधिक प्रभावित होने की संभावना नहीं है, देश में चल रहे एक अध्ययन के अंतरिम नतीजों में यह दावा किया गया है कि सीरो पॉजिटिविटी दर बच्चों में अधिक है, इसलिए 2 साल से अधिक उम्र के बच्चों का कोरोना से प्रभावित होने का खतरा कम है।
सीरो-पॉजिटिविटी खून में एक विशेष प्रकार की एंटीबॉडी की मौजूदगी है, देश में कोविड-19 की तीसरी लहर में बच्चों और किशोरों के सर्वाधिक प्रभावित होने की आशंका को लेकर जताई जा रही चिंताओं के बीच अध्ययन के नतीजे आए हैं।
अध्ययन के अंतरिम नतीजे मेडआरक्सीव में जारी किए गए हैं जो एक प्रकाशन पूर्व सर्वर है.,ये नतीजे 4,509 भागीदारों के मीडियम टर्म एनालिसिस पर आधारित हैं. इनमें दो से 17 साल के आयु समूह के 700 बच्चों को, जबकि 18 या इससे अधिक आयु समूह के 3,809 व्यक्तियों को शामिल किया गया, ये लोग पांच राज्यों से लिए गए थे।