कोरोना काल में कई नए उपकरण उपयोग में आए, साथ ही कुछ ऐसे भी जो पहले से उपयोग में थे। उनमें से एक पल्स ऑक्सीमीटर है। यह उपकरण लंबे समय से अस्पतालों में इस्तेमाल होता रहा है, लेकिन कोरोना काल में इसे घर में थर्मामीटर के रूप में इस्तेमाल किया जाता था।

यह यंत्र दो प्रकार का होता है। पहला ऑक्सीमीटर है। यह रक्त में ऑक्सीजन के स्तर को समझने में मदद करता है। दूसरा पल्स ऑक्सीमीटर है। यह एक ही समय में रक्त में ऑक्सीजन के स्तर और हृदय गति या नाड़ी की दर को समझ सकता है। इस छोटे से उपकरण को उंगलियों पर स्टेपल किया जाता है। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि वह पद छोड़ने के बाद क्या करेंगे।

पल्स ऑक्सीमीटर में एक मॉनिटर, बैटरी और डिस्प्ले होता है। पैर की उंगलियों या कानों पर कुछ ऑक्सीमीटर लगाकर रक्त ऑक्सीजन के स्तर को भी मापा जाता है। यह टेस्ट 10 सेकेंड में किया जाता है। ऑक्सीमीटर खरीदते समय थोड़ी सावधानी बरतें। कीमत 500 रुपये से 2,000 रुपये तक है। लेकिन सस्ते उपकरण गलत रीडिंग देने की अधिक संभावना रखते हैं इसलिए यदि संभव हो तो ब्रांडेड ऑक्सीमीटर लेने की सलाह दी जाती है।

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