आज के समय में ज्यादा से ज्यादा लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं। यदि आप सोते समय तकिए के नीचे या छाती पर मोबाइल रखकर सोते हैं तो इन आदतों को जल्द ही छोड़ दें क्योंकि यह आपके लिए काफी खतरनाक साबित हो सकती है। रात को मोबाइल बंद करके सोने से भी दिमाग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। आज हम आपको बताएंगे कि इससे क्या-क्या नुकसान होते हैं।

कैंसर और ट्यूमर का खतरा- रात में मोबाइल फोन बंद करके सोने की आदत आपके लिए घातक साबित हो सकती है। मोबाइल फोन से निकलने वाले रेडिएशन से कैंसर और ट्यूमर जैसी घातक बीमारियां होने का खतरा रहता है।

अनिद्रा की समस्या- रात में हमारे शरीर में मेलाटोनिन नाम का हार्मोन रिलीज होता है जो शरीर को नींद के लिए तैयार करता है। रात में मोबाइल फोन के इस्तेमाल से फोन से निकलने वाले रेडिएशन के कारण यह हार्मोन ठीक से रिलीज नहीं हो पाता और अनिद्रा की समस्या हो जाती है।

शरीर में स्ट्रेस हार्मोन के स्तर को बढ़ाता है - रात के समय मोबाइल फोन से दूर रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसके अधिक इस्तेमाल से शरीर में कोर्टिज़ोन नामक स्ट्रेस हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है और आप नींद के दौरान भी तनाव में रहते हैं।

बिगड़ सकता है डीएनए का स्ट्रक्चर- मोबाइल फोन को हमेशा शरीर से जोड़कर रखने से भी आपके डीएनए का स्ट्रक्चर खराब हो सकता है.

डिप्रेशन और तनाव- मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडिएशन का दिमाग पर बुरा असर पड़ता है। जिससे दिमाग की नसें सिकुड़ने लगती हैं, जिससे दिमाग तक सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती है।

मधुमेह और हृदय रोग का खतरा- रात में मोबाइल फोन बंद करके सोने से मधुमेह और हृदय रोग होने की संभावना बढ़ जाती है।

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