भारतीय संस्कृति में जमीन पर बैठकर भोजन करने की परंपरा हैं, इसके विपरीत पश्चिमी देशों में लोग टेबल कुर्सी पर बैठकर खाना खाते हैं। हमारे देश ने चाहे जितनी प्रगति कर ली हो, लेकिन परिवार के बड़े बुजुर्ग अपने लोगों से जमीन पर बैठकर खाना खाने के लिए कहते हैं। बता दें कि जब हम जमीन पर बैठकर खाना खाते हैं, उस वक्त हम सुखासन की स्थिति में होते हैं।

यह पद्मासन का ही एक प्रकार है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। तो देर किस बात की, आइए जानें जमीन पर बैठकर खाना खाने के फायेद।
- बैठकर खाने से हमारी पाचन क्रिया दुरूस्त रहती है। खाने के लिए जब हम आगे की ओर झुकते हैं, तो पेट की मांसपेशियां सक्रिय रहती हैं। ऐसा करने से पेट में एसिड बढ़ता है और भोजन आसानी से पच जाता है।

- जमीन पर बैठकर खाने से वजन भी नियंत्रण में रहता है। जब आप सुखासन में बैठते हैं, तो आपका दिमाग शांत रहता है। ऐसे में आप अपना ध्यान भोजन पर केंद्रित कर पाते हैं। बैठकर खाने से आपके पेट और दिमाग का सही वक्त पर यह अहसास हो जाता है कि आपने पर्याप्त भोजन कर लिया है और ओवरईटिंग से बच जाते हैं।

- जमीन पर बैठकर भोजन करने से शरीर लचीला बनता है। क्योंकि जब आप पद्मासन में बैठते हैं, तो आपकी श्रोणि, निचली पीठ, पेट के आसपास और पेट की मांसपेशियों में खिंचाव होता है। जिसके कारण आपका पाचन तंत्र भी आराम से अपना काम करता है।

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