तुलसी का पौधा हर घर में होता है। ये पूजनीय तो है ही साथ ही इसे इसके औषधीय फायदों के बारे में भी जाना जाता है। तुलसी को आयुर्वेद का स्वर्णिम उपाय माना जाता है और इसके कई औषधीय लाभ हैं। लेकिन आपको शायद जानकारी ना हो कि तुलसी के पौधे के कई दुष्प्रभाव भी हैं जिनके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं।

यहां, हम तुलसी के 6 सामान्य दुष्प्रभावों की सूची देते हैं और जिन्हें इसके सेवन से बचना चाहिए:

गर्भवती महिलाओं को तुलसी से बचना चाहिए: तुलसी एक सुगंधित जड़ी बूटी है जो गर्भवती माताओं और उनके भ्रूण को प्रभावित कर सकती है। इससे गर्भपात भी हो सकता है। TOI की रिपोर्ट के अनुसार इससे गर्भाशय में संकुचन हो सकता है जो खतरनाक हो सकता है।


मधुमेह रोगी: कई अध्ययनों ने पहले दावा किया है कि तुलसी ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखने में मदद कर सकती है, लेकिन अगर कोई पहले से दवा ले रहा है, तो उसे अपने आहार में तुलसी को शामिल करने से बचना चाहिए। इससे शुगर लेवल बहुत नीचे गिर सकता है।

खून को पतला करने वाले गुण: तुलसी में ऐसे गुण होते हैं जो हमारे शरीर में खून को पतला कर सकते हैं। हालांकि यह उन लोगों के लिए एकदम सही उपचार जो एलोपैथी दवाएं नहीं लेना चाहते हैं, जो लोग पहले से ही एंटी-क्लॉटिंग दवाएं ले रहे हैं, उन्हें इस जड़ी बूटी से बचना चाहिए।

आपके दांतों के लिए अच्छा नहीं: तुलसी के पत्तों को कभी भी चबाना नहीं चाहिए। इसमें पारा होता है जो आपके दांतों का रंग खराब कर सकता है। इसे चबाने के बजाय इसे निगलने की सलाह दी जाती है। तुलसी के पत्ते अम्लीय प्रकृति के होते हैं और आपका मुंह क्षारीय होता है, जिससे आपके दांतों का इनेमल खराब हो सकता है।

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