इस साल ठण्ड ने अपना बहुत ही खतरनाक रूप दिखाया है, कहा जा रहा है कि ठंड ने 118 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। बात करे उत्तर प्रदेश की तो जानलेवा सर्दी के कहर से कई लोगों की जान भी गई। आमतौर पर लोगों का मानना है कि पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के कारण इस साल इतनी ठंड पड़ी है, लेकिन विशेषज्ञों का इसे लेकर कुछ और ही कहना है।

आगरा के जाने माने पर्यावरणविद् श्रवण कुमार सिंह का कहना है कि कभी बेमौसम बारिश, कभी बेतहाशा गर्मी और अब कड़ाके की ठंड से लोग परेशान हो रहे हैं। ये सब कुछ जलवायु परिवर्तन के कारण है। जलवायु परिवर्तन की वजह से प्रकृति में वो बदलाव हो रहे हैं, जिनका अनुमान लगा पाना वैज्ञानिकों के लिए भी मुश्किल हो रहा है।

श्रवण कुमार सिंह का कहना है कि यदि । जलवायु परिवर्तन का ऐसा ही हाल रहा तो आने वाले सालों मौसम अप्रत्याशित रूप से बेहद ठंडा या गर्म होने का अनुमान है।

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