है नमन उनको कि जो यशकाय को अमरत्व देकर, इस जगत में शौर्य की जीवित कहानी हो गए हैं, है नमन उनको जिनके सामने बोना हिमालय, जो धरा पर गिर पड़े पर आसमानी हो गए।

मैं इसका हनुमान हूं, ये देश मेरा राम है ,छाती चीर के देख लो, अन्दर बैठा हिन्दुस्तान है!

आन देश की शान देश की, देश की हम संतान हैं, तीन रंगो से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान है।

इतनी सी बात हवाओं को बताये रखना, रौशनी होगी, चिरागो को जलाए रखना, लहू देकर की है जिसकी हिफाजत हमने, ऐसे तिरंगे को सदा अपने दिल में बसाये रखना।

जिस देश में पैदा हुए हो तुम, उस देश के अगर तुम भक्त नहीं, नहीं पिया दूध मां का तुमने, और बाप का तुम में रक्त नहीं।

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