लाइफस्टाइल डेस्क। रमजान का पाक महीना चल रहा है। इस महीने में मुस्लिम समाज के लोग पूरे महीने रोजे रखते है। इसके साथ ही कुरान की तिलावत, नमाज और अल्लाह की इबादत करते है। रोजा रखना भी मुसलमानों पर फर्ज है। मुस्लिम मान्यताओं के अनुसार यह महीना बरकत वाले महीना है। क्योंकि इस महीने में शैतान कैद हो जाता है और जन्नत के दरवाजे खुल जाते है। आइए जानते है कि रोजा किन चीजों से नहीं टूटता है...


यदि कोई व्यक्ति रोजे से है और वह अंनजाने में या भूल में कुछ खा लेता है। तो रोजा नहीं टूटता है। रोजे में यदि किसी को उल्ली हो जाती है। तो वे परेशान हो जाते है। कई लोग सोचते है कि ऐसे में रोजा टूट गया है। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। क्योंकि रोजे में यदि उल्टी हो जाती है। तो रोजा नहीं टूटता है।


अगर रोजा याद होने के बावजूद कसदन कय की और अगर वो मुंह भर है तो अब रोजा टूट जाएगा। अगर कय में सिर्फ बलगम निकला तो रोजा नहीं टूटेगा। इसके अलावा यदि रोजा याद होने के बाद भी मुंह में मक्खी या गुबार या धुवॉ हल्क में चले जाने से रोजा नहीं टूटता। ख्वाह वो गुबार आटे का हो जो चक्की पीसने या आटा छानने में उड़ता है या गल्ला का गुबार हो या हवा उसे खाक उड़ी या जानवरों के खुर या टाप से।

इन देशों में रमजान में रोजा नहीं रखने पर मिलती है कड़ी सजा, आइए जानते है...

Ramzan 2019: रमजान महीने का दूसरा अरसा शुरू, जाने इसका महत्व

Related News