Raksha Bandhan 2021: रक्षा बंधन पर इस अशुभ मुहूर्त में भाई को कभी न बांधे राखी, जानें
हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को राखी यानी रक्षा बंधन का त्यौहार मनाया जाता है और इस बार रक्षा बंधन 22 अगस्त को है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को राखी बांधती है। ये त्योहार भाई बहन के प्रेम का प्रतीक है। भाई भी बहन के हर सुख दुख में उसका साथ निभाने और उसकी रक्षा करने का वचन देता है।
लेकिन आपको अपने भाई को राखी बांधते समय आपको कुछ चीजें ध्यान में रखना जरूरी है। आपको शुभ मुहूर्त का भी ध्यान रखना चाहिए। सबसे ज्यादा ध्यान भद्रा काल और राहु काल का रखा जाता है। इन्हें अशुभ समय माना जाता है। हम आपको बताने जा रहे हैं कि अशुभ समय में राखी बांधने से क्या होता है।
इस अशुभ समय में न बंधवाएं राखी
पंचांग के अनुसार सुबह 06:16 बजे तक भद्रा की उपस्थिति रहेगी। इस समय आपको भाई को राखी नहीं बांधनी चाहिए। भद्राकाल को विनाशकारी काल माना जाता है। धार्मिक मान्यताके अनुसार त्रेतायुग में रावण ने अपनी बहन से भद्रा काल में राखी बंधवाई थी। इसके बाद से ही उसके पतन का मार्ग साफ हो गया था और अंत में उसका सर्वनाश हो गया। इसलिए इस समय राखी नहीं बांधनी चाहिए। इसके अलावा शाम को 05:05 बजे से शाम 06:39 बजे तक राहु काल चलेगा। इस समय भी आपको राखी नहीं बांधनी चाहिए।
ये है राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
इस बार रक्षा बंधन के दिन शुभ योग बन रहा है। आपको बता दें कि इस दिन धनिष्ठा नक्षत्र के साथ शोभन योग बन रहा है। 22 अगस्त को सुबह 10:34 बजे तक शोभन योग है और धनिष्ठा नक्षत्र शाम 07:40 बजे तक है। शोभन योग में सुबह राखी बांधने का समय 06:16 बजे से 10:34 बजे तक है। इसके बाद मध्यान्ह वृश्चिक लग्न में दोपहर 12.00 बजे से 2.12 बजे तक और कुंभ लग्न में शाम 6.06 बजे से 7.40 बजे तक है। इसके अलावा राहुकाल और भद्रा काल को छोड़कर किसी भी समय पर आप अपने भाई को राखी बांध सकती हैं।