पुदीना रसोई में सॉस के रूप में आमतौर पर इस्तेमाल किया जाने वाला एक पौधा है। पुदीने में कई गुण होते हैं। यह आपके भोजन को पचाने में प्रभावी है। साथ ही यह पेट की कई बीमारियों के इलाज के लिए भी उपयोगी है। लेकिन पुदीने के इस्तेमाल का सही तरीका जानना बहुत जरूरी है। आज हम आपको पुदीना के फायदों के बारे में बताएंगे। वे आपको यह भी बताएंगे कि इसका सही उपयोग कैसे करें। पुदीना में मेन्थॉल, प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन-ए, राइबोफ्लेविन, तांबा और लोहा होता है। पुदीने की पत्तियों का उपयोग उल्टी और पेट फूलने से बचाने के लिए किया जा सकता है।

यह जमे हुए कफ को भी बाहर निकाल देता है। क्योंकि इसमें गर्माहट होती है जिसके कारण यह शरीर से पसीना निकालता है और बुखार को दूर करता है। इसमें शरीर पर काटे जाने पर किसी कीड़े के जहर को नष्ट करने का गुण भी होता है।आमतौर पर हम पुदीने का इस्तेमाल चटनी में करते हैं। पुदीने की चटनी भी बड़ी बात है। पुदीना को अनार, हरे कच्चे टमाटर, नींबू, अदरक, हरी मिर्च, अजवाइन, सेंधा नमक, काली मिर्च के साथ मिलाकर चटनी बनाई जाती है। इसे लेने से आपको पेट से संबंधित बीमारियों में फायदा होता है। पेट संबंधी सभी तरह की समस्याओं के लिए पुदीना सबसे अच्छा उपाय माना जाता है।

आजकल खाने-पीने की वजह से पेट संबंधी कई समस्याएं हैं। एक कप पुदीने के रस में एक कप गुनगुने पानी और एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से पेट की बीमारियों में आराम मिलता है। मसालेदार भोजन खाने से अक्सर अपच और पेट दर्द होता है। इस अवस्था में पुदीने को उबालकर उसमें शहद मिलाकर पीने से पेट की समस्याएं ठीक हो जाती हैं। उल्टी रोकने में पुदीना बहुत फायदेमंद पाया गया है। इसके लिए पुदीने की पत्तियों के साथ शहद की दो बूंदें मिलाकर पीना चाहिए।

पुदीने के पत्तों का गूदा बनाकर उसे हल्का गर्म करके किसी भी तरह के घाव या किसी कीड़े के काटने पर लगाने से घाव और कीड़े के काटने पर आराम मिलता है। साथ ही इससे होने वाला दर्द और सूजन भी ठीक हो जाती है। इसे पुदीने के रस, काली मिर्च और काले नमक के साथ चाय की तरह उबालें और पिएं। इस तरह से किया गया सेवन सर्दी, खांसी और बुखार से राहत दिलाता है। ताजे पुदीने के पत्तों का लेप माथे पर लगाने से सिर दर्द में आराम मिलता है।

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