इस साल सावन में एक से बड़ कर एक महायोग बन रहे हैं। ऐसा ही एक महायोग सावन के दूसरे सोमवार को बन रहा है। इस साल सावन के 4 सोमवार में से 3 सोमवार ऐसे हैं जिसमें महायोग बन रहे हैं। सावन का दूसरा सोमवार इस दिन शिव का ही खास व्रत भी हैं। सावन के दूसरे सोमवार को प्रदोष व्रत है और ये व्रत भगवान शिव का खास व्रत है।

इस दिन व्रत करने से सभी तरह के दुःख दर्द और समस्या दूर होती है और भगवान शिव की कृपा बनी रहती है। हमेशा बेचैन रहने वाले लोग ये व्रत करते हैं तो उन्हें काफी शांति मिलती है। इस व्रत को करने वाले लोगों को जीवन में काफी ख़ुशी मिलती है और समस्याएं दूर होती है।

इस विधि से करें पूजन

प्रदोष व्रत की पूजा प्रदोष काल में ही की जाती हैं। प्रदोष काल का अर्थ यह है कि सूरज अस्त हो गया हो लेकिन रात नहीं हुई हो वो ही संध्या का समय होता है। संध्या काल में पूजन करना चाहिए।


भगवान शिव की पूजा मंदिर में जाकर करनी चाहिए। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आपको कैसे शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए।

1- सुबह जल्दी उठ कर स्नान कर भगवान शंकर को बेलपत्र, गंगाजल, अक्षत, धूप, दीप आदि चढ़ाएं और सच्चे मन से शिव की पूजा करें।

2- इसके बाद मन में इस व्रत को रखने का संकल्प लें।

3- शाम को दोबारा स्नान कर भोलेनाथ की पूजा करें और दीप जलाएं। प्रदोष व्रत की विधि से पाठ और कथा भी करनी चाहिए।

Related News