डाकघर द्वारा दी जाने वाली कई छोटी बचत योजनाओं ने निवेशकों के बीच लोकप्रियता हासिल की है और ऐसी ही एक योजना है किसान विकास पत्र। यदि आप आशाजनक रिटर्न के साथ एक सुरक्षित निवेश योजना की तलाश में हैं, तो किसान विकास पत्र, जिसे धन दौगाना योजना भी कहा जाता है, सही विकल्प हो सकता है। यह योजना 115 महीनों में निवेशित राशि को दोगुना करना सुनिश्चित करती है, जिससे यह विश्वसनीय निवेश मार्ग की तलाश करने वालों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन जाता है।

google

ब्याज गणना और दर:

किसान विकास पत्र योजना में निवेश की गई राशि पर ब्याज की गणना चक्रवृद्धि आधार पर की जाती है। सरकार निवेश की गई राशि पर 7.5 प्रतिशत की वार्षिक ब्याज दर प्रदान करती है। निवेशक न्यूनतम 1,000 रुपये के निवेश से शुरुआत कर सकते हैं और बाद में 100 रुपये के गुणक में निवेश कर सकते हैं।

google

निवेश का दोगुना होना:

योजना में निवेश की गई राशि 115 महीने की अवधि में दोगुनी हो जाएगी। सरकार ने परिपक्वता अवधि को शुरुआती 123 महीनों से घटाकर 120 महीने और अंततः 115 महीने कर दिया है, जिससे किसान विकास पत्र योजना पहले से अधिक फायदेमंद हो गई है।

ब्याज समीक्षा और दर समायोजन:

सरकार हर तीन महीने में ब्याज दर की समीक्षा करती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि निवेशकों को किसान विकास पत्र में उनके निवेश पर सात प्रतिशत से अधिक वार्षिक ब्याज मिले।

निवेश प्रक्रिया:

किसान विकास पत्र में निवेश करने के लिए व्यक्तियों को अपने नजदीकी डाकघर में जाना होगा। जमा रसीद के साथ आवेदन पत्र भरना होगा, और निवेश राशि नकद, चेक या डिमांड ड्राफ्ट के रूप में जमा की जा सकती है। आवेदन के साथ एक पहचान पत्र भी जमा करना आवश्यक है। इन चरणों के पूरा होने पर किसान विकास पत्र में निवेश के लिए एक खाता खोला जाएगा।

Google

लचीलापन और नामांकित सुविधा:

इस योजना में निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है और निवेशक संयुक्त खाते का विकल्प भी चुन सकते हैं। किसान विकास पत्र योजना निवेशकों को अतिरिक्त लचीलापन प्रदान करते हुए नामांकित सुविधा प्रदान करती है। 10 साल से कम उम्र के नाबालिगों का भी इस योजना के तहत खाता हो सकता है, 10 साल का होने पर खाता उनके नाम पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा।

Related News