भारतीय केंद्र सरकार ने अपने देश के आर्थिक रूप से कमजोर किसानों के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं शुरु की हैं, जिनका उद्धेश्य इन लोगो की वित्तिय कठिनाइयां को दूर करना हैं, ऐसी ही एक योजना हैं, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम-किसान) है, जिसे आर्थिक रूप से वंचित किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। आपको बता दें कि इस योजना के माध्यम से किसानों को सालाना 6000 रूपए मिलते है, वो भी 2000 की तीन किस्तों में। अबतक इस योजना की किसानों को 17 किस्ते मिल चुकी है और अगर आपको इसकी 18वीं किस्त चाहिए तो ई-केवाईसी जैसी कुछ कार्यों को निपटा लेना चाहिए, आइए जानते हैं इनके बारे में-

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ई-केवाईसी क्यों आवश्यक है?

अनिवार्य आवश्यकता: ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक नो योर कस्टमर) पीएम-किसान योजना में सभी प्रतिभागियों के लिए अनिवार्य है, चाहे वे नए हों या मौजूदा लाभार्थी।

पहचान सत्यापन: ई-केवाईसी प्रक्रिया यह सुनिश्चित करती है कि प्रत्येक लाभार्थी की पहचान सत्यापित की जाए, जिससे किसी भी धोखाधड़ी वाले दावे को रोका जा सके।

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रोक का जोखिम: यदि कोई किसान ई-केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करने में विफल रहता है, तो किस्त प्राप्त करने की उनकी पात्रता खतरे में पड़ सकती है, जिससे देरी हो सकती है या वित्तीय सहायता से इनकार किया जा सकता है।

ई-केवाईसी कैसे पूरा करें

कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) पर जाएँ: किसान अपने निकटतम सीएससी पर जा सकते हैं, जहाँ बायोमेट्रिक सत्यापन का उपयोग करके ई-केवाईसी किया जाता है।

बैंकों के माध्यम से: किसान अपने संबंधित बैंकों में भी अपना ई-केवाईसी पूरा कर सकते हैं।

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ऑनलाइन विकल्प: जो लोग यात्रा नहीं करना चाहते हैं, वे आधिकारिक पीएम-किसान पोर्टल pmkisan.gov.in के माध्यम से ओटीपी (वन-टाइम पासवर्ड) का उपयोग करके ऑनलाइन ई-केवाईसी कर सकते हैं।

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