बेरी में भरपूर मात्रा में पोटैशियम, फास्फोरस, आयरन, जिंक, मैगनीज, विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बेहद जरूरी तत्व हैं। बेरी एजिंग के असर को कम करता है और फ्री रेडिकल्स के नुकसान से भी बचाता है। जी हां, और कई गुणों से भरपूर बेर के फल का न केवल औषधीय रूप से उपयोग किया जाता है, बल्कि कई प्रकार के आयुर्वेदिक उपचार में भी बेर के पत्ते का उपयोग किया जाता है।

बेर के पत्तों के फायदे और उपयोग की विधि:-

गले की खराश में फायदेमंद- बता दे की, यदि आपको गले में खराश की समस्या है तो बेरी का काढ़ा बनाकर पीएं। इसे पीने के लिए आप इसे मिक्सी में मिलाकर छलनी से छान लें। अब इसके बाद इसे उबले हुए पानी में मिला लें और इसमें एक चुटकी नमक, काली मिर्च पाउडर मिलाएं. इसे पियो।

पेशाब की समस्या का इलाज- यदि आपको यूरिन इन्फेक्शन, यूरिन में जलन जैसी कोई यूरिनरी प्रॉब्लम महसूस होती है तो आप बेरी के पत्तों का रस गुनगुने पानी में मिलाकर पी सकते हैं।

चोट में फायदेमंद- बता दे की, यदि आपको कहीं चोट लगी हो या चोट लगी हो तो बेर के पत्तों को पीसकर उसका लेप उस जगह पर लगाएं जहां परेशानी हो।

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