Pitru Paksha 2020: हिंदू धर्म में पितृपक्ष अपने पूर्वजों और जो परिजन इस धरती पर अब जीवित नहीं हैं उनके प्रति श्रद्धा भाव दिखाने का समय होता है। पितृपक्ष में पितरों को तर्पण और पिंडदान का महत्व होता है। इस बार 2 सितंबर से महालय श्राद्ध पक्ष आरंभ हो रहा है। पितृ पक्ष के दौरान 16 दिनों तक पितरों का तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान किया जाता है। लेकिन आज हम आपको बता दे कि श्राद्ध पक्ष में ऐसा कौन सा काम हमें करना चाहिए और कौन सा नहीं,,,,


पितृपक्ष के दौरान क्या करें-
1- जब भी श्राद्ध पक्ष में अपने परिजनों का पिंडदान या तर्पण जैसा अनुष्ठान किया जाता तब इसमें परिवार के किसी बड़े सदस्यों को करना चाहिए।
2- श्राद्ध पक्ष के दौरान हर दिन सुबह जल्दी स्नान करके स्वच्छ कपड़े पहनकर पितरों को श्राद्ध दें।
3 -पितर पक्ष में पितरों को तर्पण के दौरान जौ के आटे, तिल और चावल से बने पिंड अर्पण करना चाहिए।
4-श्राद्ध पक्ष में हर दिन बने भोजन को सबसे पहले कौवे, गाय और कुत्तों को अर्पित करना चाहिए।


पितृपक्ष के दौरान क्या न करें-
1- शास्त्रों में कहा गया है कि पितृपक्ष के दौरान किसी भी तरह का शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।
2- पितृपक्ष के दौरान मांसाहारी भोजन नहीं करना चाहिए।
3-परिवार में आपसी कलह से बचें। ब्रह्मचर्य का पालन करें, इन दिनों स्त्री पुरुष संबंध से बचना चाहिए।
4- नाखून, बाल एवं दाढ़ी मूंछ नहीं बनाना चाहिए। क्योंकि श्राद्ध पक्ष पितरों को याद करने का समय होता है। यह एक तरह से शोक व्यक्त करने का तरीका है।

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