Oil Tips- कहीं आप तो नहीं खा रहे हैं नकली तेल, ऐसे करें असली नकली की पहचान
दुनिया की हर रसोई में खाना बनाने के लिए तेल का उपयोग किया जाता हैं, फिर चाहें वो सब्जी बनाना हो, पराठे बनाना हो या फिर अन्य व्यंजन बनाना हो। लेकिन क्या आपको पता हैं कि बाजार में नकली तेल बिक रहा हैं, जो ना केवल आपकी मैहनत की कमाई खत्म करती हैं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक होता हैं, असली और नकली तेलों के बीच अंतर करना आपके स्वास्थ्य और सेहत की सुरक्षा के लिए बहुत ज़रूरी है। आज हम इस लेख के माध्यम से आपको नकली और असली तेल के बीच का अंतर करना बताएंगे-
जैतून का तेल:
- एक गिलास में जैतून के तेल का एक नमूना डालें और इसे अपने हाथ से ढँक दें।
- अपने दूसरे हाथ से गिलास के बाहरी हिस्से को तब तक रगड़ें जब तक कि यह थोड़ा गर्म न हो जाए।
- अपना हाथ हटाएँ और तेल को सूँघें। अगर इसमें से बदबू आती है, तो इसका मतलब है कि इसमें मिलावट है।
सरसों का तेल:
- सरसों के तेल को एक पैन में तब तक गर्म करें जब तक कि उसमें से तेज़ धुआँ न निकलने लगे।
- अगर तेल से लगातार बदबू आती है और यह काला हो जाता है, तो यह नकली होने की संभावना है।
रंग परीक्षण:
- असली मूंगफली का तेल गाढ़ा और गहरे भूरे रंग का होता है, जबकि सूरजमुखी का तेल गाढ़ापन और रंग दोनों में हल्का होता है।
- तेल खरीदते समय हमेशा रंग को प्रामाणिकता के संकेतक के रूप में देखें।
फ्रीज टेस्ट:
- एक साफ कंटेनर में थोड़ा सा तेल लें और उसे फ्रीज करें।
- शुद्ध तेल जम जाएगा, जबकि मिलावटी तेल तरल रहेगा या एक अलग परत बना लेगा।
बनावट की जांच:
- अपनी उंगलियों के बीच थोड़ा सा तेल रगड़ें।
- अगर चिकनाई खत्म हो जाती है और तेल खुरदरा लगता है, तो यह खराब होने और मिलावट का संकेत है।