वैज्ञानिक पृथ्वी को लेकर कोई ना कोई रिसर्च करते रहते हैं और अब वैज्ञानिकों ने एक खुलासा किया है। इसके मुताबिक पिछले 50 सालों से ज्यादा की तुलना में पृथ्वी अब अपनी धुरी पर तेजी से घूम रही है। पिछले 5 दशकों में आए इस स्पीड में बदलाव के कारण पृथ्वी पर हर दिन 24 घंटे से कम होने लगा है।

आपको ये जानकार आश्चर्य होगा कि साल 2020 से हर दिन पृथ्वी अपनी धुरी पर 24 घंटे से भी कम समय में चक्कर लगा रही है। 1960 के बाद वैज्ञानिकों द्वारा पृथ्वी की स्पीड को लेकर कई डेटा को कलेक्ट किया गया। इस कलेक्ट किए गए डेटा के अनुसार 19 जुलाई 2020 सबसे छोटा दिन साबित हुआ।

पेरिस स्थित इंटरनेशनल अर्थ रोटेशन सर्विस के वैज्ञानिकों द्वारा कलेक्ट किए गए डेटा के अनुसार 19 जुलाई 2020 का दिन 24 घंटे से 1.46 मिलिसेकेंड कम रहा। पिछले 12 महीनों में ये रिकॉर्ड कुल 28 बार टूटा है।

अब एक दिन मान्य 24 घंटे से 0.5 सेकेंड कम हो गया है। इस प्रक्रिया को 'निगेटिव लीप सेकेंड' कहा जाता है।

पृथ्वी के तेज घूमने से क्या होगी परेशानी

पृथ्वी की गति के साथ हमारे टाइम के मानक भी तय हैं। अगर पृथ्वी की गति में बड़े बदलाव आते हैं तो टाइम की गणना को भी बदलना होगा।

इतना ही नहीं अगर पृथ्वी की गति बदलती है तो हमारी संचार व्यवस्था में भी दिक्कतें आ सकती हैं। क्योंकि सेटेलाइट्स और संचार यंत्र सोलर टाइम के अनुसार ही सेट किए जाते हैं। ये समय तारों, चांद और सूरज की स्थिति के अनुसार तय किए जाते हैं।

जानकारी के लिए बता दें कि साल 1970 से अब तक 27 लीप सेकेंड जोड़े जा चुके हैं। ऐसा पृथ्वी की स्पीड में जो चेंज हुए उनके कारण करना पड़ा है। आखिरी बार 31 दिसंबर 2016 को लीप सेकेंड जोड़ा गया था।

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