नवरात्रि में लोग सात्विक और फलाहारी आहार ग्रहण करते हैं, भक्त नौ दिनों तक चलने इस उत्सव में कई लोग देवी दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए उपवास करते हैं। अगर आप भी इस साल 9 दिन का उपवास कर रही है तो उपवास के दौरान उत्तर भारत के व्यंजन का मजा ले।

सिंघाड़े का आटा
सिंघाड़े का आटा सूखे पीसे हुए सिंघाड़े से बनता है, नटस् को उबाला जाता है, इसको छील कर इसके गूदे को सुखाकर और फिर पीसकर जो आटा बनाया जाता है उस आटे से बनी खाद्य वस्तुओं का भारत में लोग व्रत उपवास में सेवन करते हैं क्योंकि इसे एक अनाज नहीं एक फल माना जाता है, इसमें ज़्यादा स्टार्च है और रंग सफेद मलाई जैसा होता है।

साबूदाना
साबूदाना छोटे-छोटे मोती की तरह सफ़ेद और गोल होते हैं। साबूदाना से कई सारी चीजें जैसे, लड्‍डू, हलवा, खिचड़ी आदि बनाई जाती हैं। इन सारी चीजों का इस्तेमाल व्रत में खाने के लिए किया जाता है। साबूदाना कई न्यूट्रिशंस से भरपूर एक बैलेंस डाईट है. इसमें विटामिन्स, प्रोटीन, मिनरल्स, कार्बोहाइड्रेट्स जैसी चीजें शामिल हैं।

कुट्टू का आटा
कुट्टू का आटा फल से बनता है और अनाज का एक बेहतर विकल्प होने के साथ पौष्टिक तत्वों से भरपूर भी होता है। कुट्टू का आटा अपना अलग ही महत्व रखता है, इसे व्रत के दौरान लिया जाता है. कुट्टू का आटा सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है. यह प्रोटीन से भरपूर होता है।

आलू
जो लोग मीठा खाने के शौकीन हैं वे आलू का हलवा खा सकते हैं,उबले हुए आलुओं को छीलकर कद्दूकस कर लें और कढ़ाई में घी गर्म करें। इसमें आलू भुनें और थोड़ी देर के बाद इसमें चीनी और खोया डालकर धीमी आंच पर चलाते रहें, जब हलवा गाढ़ा हो जाए तब इलायची पाउडर मिक्स करके इसे खाएं।

चावल
आप व्रत के दौरान खाने के लिए व्रतवाले चावल का ढोकला बना कर खा सकते है, यह स्पेशल चावल, जो नवरात्रि के समय खाने में उपयोग में लाया जाता है।

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