नसबेरी बहुत कम लोगों को पसंद होता है। बता दे की, बच्चों को इसका मीठा स्वाद और स्वादिष्ट स्वाद पसंद होता है। मगर ज्यादातर कर्नाटक में उगाए जाने वाले नसेबेरी पोषक तत्व, नसबेरी, जिसे सपोटा भी कहा जाता है, फाइबर से भरपूर होता है जो कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है और इसमें सूजन-रोधी गुण होते हैं जो सूजन और जोड़ों के दर्द में मदद कर सकते हैं।

कब्ज से राहत- बता दे की, फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ पाचन में मदद करते हैं और पेट को साफ रखने में मदद करते हैं। नसबेरी में उच्च मात्रा में डायटरी फाइबर होता है, जो इसे एक बेहतरीन बल्क लैक्सेटिव बनाता है। उच्च फाइबर सामग्री कब्ज से राहत प्रदान करती है और कोलन झिल्ली का भी समर्थन करती है और इसे संक्रमण के प्रति प्रतिरोधी बनाती है।

जोड़ों के दर्द को कम करें- नसबेरी में अतिरिक्त मात्रा में कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन होता है जो हड्डियों की सहनशक्ति बढ़ाने के लिए आवश्यक प्रमुख स्रोत हैं। कैल्शियम, आयरन और फास्फोरस से भरपूर होने के कारण नसबेरी हड्डियों को बढ़ने और मजबूत करने में काफी मदद करता है। कॉपर हड्डियों, कनेक्टिव टिश्यू और मांसपेशियों के विकास के लिए जरूरी है।

सर्दी-खांसी का इलाज - आपकी जानकारी के लिए बता दे की, नजबेरी में मौजूद रासायनिक यौगिक सांस से कफ और बलगम को हटाकर और पुरानी खांसी को दूर करके नाक के मार्ग से जमाव को दूर करने में मदद करते हैं। एस्कॉर्बिक एसिड, पॉलीफेनोल्स और फ्लेवोनोइड्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट की मौजूदगी झुर्रियों को कम करने में मदद करती है और आपकी त्वचा को स्वस्थ बनाती है।

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