Mulathi मतलब है नद्यपान है एक झाड़ीदार पौधे जो आवक, पीले रेशेदार और हल्दी है। इसका उपयोग कई बीमारियों के घरेलू उपचार के रूप में किया जाता है। आंखों की बीमारियों, बड़ी बीमारियों, गले के रोगों और हृदय रोगों के इलाज के लिए सर्दियों के बाद से गाजर का उपयोग किया जाता रहा है। आपने गाजर के फायदों के बारे में सुना होगा लेकिन क्या आपको इसके नुकसान पता हैं?

गाजर कैल्शियम, एंटीऑक्सिडेंट, एंटीबायोटिक और प्रोटीन से भरपूर होते हैं। जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। गाजर खाने में मीठी होती है। गाजर के छोटे-छोटे टुकड़े चूसने से खांसी, गले में खराश या गले में खराश से राहत मिल सकती है लेकिन हम आपको गाजर से जुड़े नुकसान के बारे में बता रहे हैं।

गाजर के नुकसान
1. मोटापा, मधुमेह, एस्ट्रोजन के प्रति संवेदनशील विकार, किडनी, दिल की समस्याओं जैसे चिकित्सा स्थितियों वाले लोगों द्वारा इसका उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
2. गाजर के अत्यधिक उपयोग से मांसपेशियों, पुरानी थकान, सिरदर्द, सूजन, एडिमा और सांस की तकलीफ भी होती है। आगे युगल को कमजोर कर सकता है।
3. गाजर खाने से शरीर में पोटेशियम की कमी, उच्च रक्तचाप और कमजोर मांसपेशियां हो सकती हैं।

गाजर के फायदे
1. गठिया: जिन लोगों को गठिया है, गाजर उनकी समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है। गाजर में एंटीऑक्सिडेंट और एंटीबायोटिक गुण होते हैं जो गठिया के दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
2. फाइट्स असवाड: यह जड़ी बूटी असवद यानि डिप्रेशन के इलाज में भी मदद करती है। गाजर अधिवृक्क ग्रंथियों के कामकाज में सुधार करता है जो घबराहट और स्वाद से लड़ने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें मैग्नीशियम, कैल्शियम और बीटा कैरोटीन जैसे आवश्यक खनिज और फ्लेवोनॉयड्स होते हैं जो स्वाद को खत्म करने में मदद करते हैं।


3. आंखें: गाजर का उपयोग आंखों की जलन और लाल आंखों के लिए एक लाभकारी उपचार के रूप में किया जाता है।
4. खांसी: सर्दी के मौसम में गले में खराश एक आम समस्या है। ऐसे में गाजर को छोटे टुकड़ों में चूसने से खांसी की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
5. खराब सांस: खराब सांस की समस्या में गाजर बहुत प्रभावी है। सौंफ के साथ गाजर के टुकड़े या सिर्फ गाजर के इस्तेमाल से सांसों की बदबू से छुटकारा नहीं मिलता है।

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