शादीशुदा होने के बावजूद भी यदि आप किसी अन्य से भावानात्मक और शारीरिक संतुष्टि पाने की खोज करते हैं,​ जिसकी आपको शादी से पहले उम्मीद थी, इसी को एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर कहते हैं। यह बात सभी जानते हैं कि शादी के बाद एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर रखने से ना केवल रिश्ता प्रभावित होता है, बल्कि इससे अन्य लोगों के मन में शादी के प्रति नफरत पैदा होती है।

एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर शादीशुदा लोगों के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं है। इस रिश्ते में कपल्स अपने साथी को एक प्रकार से धोखा देते हैं। आइए जानें, एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर का शादीशुदा जिंदगी पर कितना बुरा प्रभाव पड़ता है?

विश्वास खत्म होने का डर

विवाहेत्तर संबंध की जानकारी मिलते ही उसके पार्टनर का विश्वास खत्म कर देता है। ऐसे में धोखेबाज साथी पर विश्वास करना मुश्किल हो जाता है।

अकेलापन

एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर दिमाग को किसी गहरे कोने में बंद कर देता है। धोखेबाज साथी से दूसरे साथी का विश्वास खत्म हो जाता है, खुशियां दूर चली जाती हैं, सिर्फ अकेलापन रह जाता है।

आत्म-सम्मान का कम होना

विवाहेत्तर संबंधों का पता चलते ही दूसरा साथी अपने धोखेबाज साथी के लिए अपना प्यार खत्म कर देता है। धोखबाज साथी अपने दूसरे साथी की नजरों में गिर जाते हैं, इस आत्म सम्मान के नुकसान को भरने में काफी वक्त लग जाता है।

पारिवारिक बंधन टूटने की प्रबलता

धोखाधड़ी करने वाला इंसान खुद महसूस करता है कि उसके परिजन उससे दूर हो रहे हैं। शादी और परिवार के बीच बना रिश्ता अब टूट रहा है। ऐसा व्यक्ति अपने परिवारिक संबंधों में खुश नहीं रह पाता है। कभी-कभी धोखेबाज साथी से दूसरा साथी अपना रिश्ता भी खत्म कर लेता है।

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