संभोग रिश्तें में एक बड़ा बदलाव लेकर आता है। शारीरिक संबंध कपल्स के बीच इमोशंस और बॉन्डिग को भी प्रभावित करता है। बता दें कि सेक्स शुरू करने के बाद लड़कियों के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं, इस स्टोरी में आपको कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं।

हॉर्मोन बदलाव

सेक्स करने के दौरान पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के शरीर में दिमाग ज्यादा ऑक्सीटॉसिन और डोपामाइन हॉर्मोन छोड़ता है। जिसका असर न केवल महिलाओं के इमोशन्स और उनके व्यवहार पर पड़ता है बल्कि धीरे—धीरे उनकी पूरी पर्सनैलिटी पर भी यह प्रभाव दिखता है।

कॉन्फिडेंस का बढ़ना

शारीरिक संबंध करने की शुरूआत महिलाओं में अपनी बॉडी को लेकर कॉन्फिडेंस लेवल को भी बढ़ाता है। अगर पार्टनर जब आपकी हर चीज से प्यार करने लगे तो कॉन्फिडेंस बढ़ना जायज है।

ब्रेस्ट फर्म होना

सेक्स के दौरान लड़कियों के ब्रेस्ट ज्यादा फर्म हो जाते हैं। हांलाकि ब्रेस्ट की फर्मनेस बरकरार नहीं रहती है, यह दिमाग और बॉडी के रिलैक्स होते ही चली जाती है।

ब्रेस्ट साइज बढ़ना

सेक्स की शुरूआत के बाद लड़कियों का ब्रेस्ट साइज बढ़ने लगता है। यह सब हॉर्मोन में आने वाले बदलावों के कारण होता है। हांलाकि ये सब सभी के साथ हो ऐसा जरूरी नहीं है।

इमोशनली सेंसेटिव

कपल के बीच यौन संबंधों की शुरूआत उन्हें एक नई स्टेज पर ले जाती है। विशेषकर महिलाओं के लिए सेक्स के मायने अलग होते हैं। शारीरिक संबंधों की शुरूआत होते ही महिलाएं पार्टनर को लेकर ज्यादा इमोशनली सेंसेटिव हो जाती हैं।

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