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दिवाली आने वाली है और आज से ही देश भर में धनतेरस के साथ ही त्यौहारों की शुरुआत हो गई है। लोग इस त्यौहार को लेकर पूरे जोश के साथ तैयारियों में जुटे हुए हैं। दिवाली का त्यौहार भले ही धूमधाम से मनाया जा रहा हो, लेकिन कुछ ऐसी पाबंदियां हैं जो लोगों को शायद पसंद न आएं। चिंता न करें, दिवाली के त्यौहार पर कोई पाबंदी नहीं है, लेकिन कुछ ऐसी चीजें हैं जो शराब के शौकीनों की योजना को चौपट कर सकती हैं। दिवाली के त्यौहार को देखते हुए दिल्ली में ड्राई डे घोषित किया गया है। इस साल दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी, इसलिए उस दिन ड्राई डे घोषित किया गया है। ड्राई डे घोषित होने का मतलब है कि शराब की दुकानें पूरी तरह बंद रहेंगी। इसके अलावा होटल और रेस्टोरेंट में शराब की बिक्री पर भी रोक रहेगी।

नवंबर में ड्राई डे की सूची

14 नवंबर: कार्तिक एकादशी (ड्राई डे)
15 नवंबर: गुरु नानक जयंती (ड्राई डे)
18-20 नवंबर: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के कारण शराब की दुकानें बंद रहेंगी
24 नवंबर: गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस (रविवार)

ड्राई डे क्यों घोषित किया जाता है?

ड्राई डे खास दिन होते हैं जब शराब की बिक्री प्रतिबंधित होती है। अधिकांश भारतीय राज्य त्योहार और राष्ट्रीय छुट्टियों के दौरान ड्राई डे मनाते हैं। ये दिन त्योहार के दौरान सांस्कृतिक और धार्मिक संवेदनशीलता को बढ़ावा देने और महत्वपूर्ण राष्ट्रीय या धार्मिक आयोजनों के दौरान शराब के सेवन से होने वाली सार्वजनिक गड़बड़ी या दुर्घटनाओं को रोकने के लिए घोषित किए जाते हैं।

आबकारी कानूनों के अनुसार, बंद अवधि के दौरान अवैध रूप से शराब बेचते पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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